वॉशिंगटन: नेपाल में चीन के बढ़ते प्रभाव से सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि अमेरिका भी चौकन्ना हो गया है। यह वजह है कि अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ ने नेपाल में चीन के बढ़ते प्रभाव को कम करने के मद्देनजर हिमालयी देश के विदेश मंत्री प्रदीप ज्ञवाली के साथ एक दुर्लभ बैठक की। दरअसल, नेपाल और अमेरिका के प्रतिनिधियों के बीच ऐसी बैठकें कम ही होती हैं।
पोम्पिओ ने मंगलवार को ज्ञवाली के साथ हुई बैठक को ऐतिहासिक करार दिया और कहा कि यह कदम नेपाल के साथ साझेदारी मजबूत करने की अमेरिका की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। अमेरिकी विदेश मंत्रालय के उप-प्रवक्ता रॉबर्ट पालाडिनो ने कहा कि पोम्पिओ ने अमेरिका-नेपाल के संबंधों को और मजबूत करने पर जोर दिया। बैठक के दौरान पोम्पिओ ने अमेरिका-नेपाल भागीदारी की स्थायी ताकत और लोगों के आपसी मेलजोल को रेखांकित किया।
पालाडिनो ने कहा, ‘दोनों नेताओं ने नेपाल के 50 करोड़ डॉलर के ‘मिलेनियम चैलेंज कॉरपोरेशन कॉम्पैक्ट’, उत्तर कोरिया सहित एक मुक्त, खुले और समृद्ध हिंद-प्रशांत और वैश्विक मुद्दों पर नेपाल की प्रमुख भूमिका को लेकर चर्चा की।’