नई दिल्ली: चीन और अमेरिका के कड़वाहट भरे रिश्तों का ताप अब गूगल को भी महसूस होने लगी है। चीन में एक ऑपरेशन स्टार्ट करने जा रही कंपनी को अमेरिकी सीनेटर्स ने पत्र लिखकर जवाब मांगा है। अमेरिकी सीनेटर्स ने ये पत्र गूगल के सीईओ सुंदर पिचई को लिखा है। अमेरिका के छह सीनेटर्स ने गूगल के सीईओ सुंदर पिचई से चीन में गूगल का सेंसर वर्जन क्रिएट करने को लेकर सवाल पूछे हैं। उनसे इसे लेकर जवाब मांगा गया है।
दरअसल गूगल समेत कई बड़ी सॉफ्टवेयर कंपनियां चीन में सेंसरशिप के चलते काम नहीं करती। साल 2010 में गूगल ने इसी आधार पर चीन के सरकार की सेंसरशिप का अनुपालन करने से इंकार कर दिया था लेकिन पिछले कुछ दिनों से मीडिया में ऐसी खबरें आ रही थी कि गूगल चीन में सेंसर वर्जन वाला सर्च इंजन ला रही है। इसे लेकर कई कंपनियों के साथ बातचीत भी हो रही है।
ऐसी खबरों से अमेरिका में हलचल मच गई है। अमेरिकी सीनेटर्स ने इस संदर्भ में सुंदर पिचाई को लिखे अपने पत्र में चीन में प्रोजेक्ट को परेशान करने वाला और मानवाधिकारों को और जटिल बनाने वाला है हालांकि, इस रिपोर्ट को चीन के एक अखबार ने अफवाह बताते हुए खारिज कर दिया था। अखबार का कहना था कि गूगल चीन में कोई कदम नहीं रख रहा है। ये खबरें झूठी हैं। वहीं इस पूरे मामले को लेकर अभी तक गूगल की तरफ से कोई जवाब नहीं आया है। गूगल ने न ही मीडिया में आ रही इन खबरों का खंडन किया है और न ही इसे लेकर जवाब दिया है।