वाशिंगटन: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने आज ब्रिटिश प्रधानमंत्री टेरेसा मे के साथ मुलाकात की और ब्रेग्जिट की सराहना करते हुए कहा कि इससे ब्रिटेन को उसकी खुद की पहचान मिलेगी। पदभार ग्रहण करने के बाद किसी विदेशी नेता के साथ यह उनकी पहली शिखर बैठक है। ट्रंप ने मे का व्हाइट हाउस पहुंचने पर अभिवादन किया। संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में ट्रंप ने यूरोपीय संघ से बाहर निकलने के ब्रिटेन के फैसले के प्रति अपना समर्थन दोहराया और कहा, एक मुक्त और स्वतंत्र ब्रिटेन दुनिया के लिए वरदान है और हमारे संबंध कभी इतना मजबूत नहीं रहे।
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दोनों नेताओं ने कहा कि वे अमेरिका और ब्रिटेन के वाणिज्यिक संबंधों को मबजूत बनाने के लिए काम करेंगे। टेरेसा मे ने कहा कि ट्रंप ने इस साल के आखिर में ब्रिटेन का आधिकारिक दौरा करने का उनका निमंत्रण स्वीकार कर लिया है। ट्रंप ने ब्रेग्जिट का उल्लेख करते हुए कहा, मेरा मानना है कि एक बार यह हो जाने पर आप खुद की पहचान रखेंगे और आप उन लोगों को देश में रख सकेंगे जिनको चाहते हैं।
मे ने यह भी कहा कि ट्रंप ने नाटो के लिए 100 फीसदी समर्थन की बात कही है। दोनों नेताओं की मुलाकात पर पूरी दुनिया की नजर थी क्योंकि दोनों देश व्यापार पर सहमति बनानेे और ब्रेग्जिट के बाद नये समझौते की भूमिका तैयार करने की कोशिश में हैं। ओवल कार्यालय में पहुंचने के बाद ट्रंप की किसी भी विदेशी नेता के साथ आमने-सामने की यह पहली मुलाकात थी। ट्रंप ने बीते शुक्रवार को अमेरिका के 45वें राष्ट्रपति पद की शपथ ली थी। ट्रंप के साथ मुलाकात से पहले मे ने फिलाडेल्फिया मे कहा कि सरकार से इतर तत्वों के उभरने को देखते हुए अब अमेरिका और ब्रिटेन जैसे देशों को अपने नेतृत्व को आगे बढ़ाना होगा।