लंदन। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने जलवायु परिवर्तन पर पर्याप्त कदम नहीं उठाने के लिए भारत और चीन जैसे देशों को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने इन देशों को ऐसी हवा से भरे क्षेत्र करार दिया जिसमें सांस तक नहीं ली जा सकती। ट्रंप ने दावा किया कि अमेरिका में कुछ हद तक ‘‘सबसे साफ हवा’’ है।
ब्रिटेन की राजकीय यात्रा के अंतिम चरण में बुधवार को आयरलैंड रवाना होने से पहले अपने अंतिम साक्षात्कारों में से एक में ट्रंप ने कहा कि उन्हें लगता है कि , ‘‘मौसम में बदलाव हुआ है और ऐसा लगता है कि यह दोनों तरफ बदला है।’’ गौरतलब है कि ट्रंप ने 2017 के ऐतिहासिक पेरिस जलवायु परिवर्तन समझौते से अमेरिका के हटने को सही ठहराने के लिए भारत और अन्य देशों को जिम्मेदार ठहराया था।
ट्रंप ने दावा किया कि अमेरिका की ‘‘कुछ हद तक सबसे स्वच्छ हवा’’ है, लेकिन अन्य देश प्रदूषण से निपटने के लिए पर्याप्त कदम नहीं उठा रहे हैं। उन्होंने ब्रिटेन के ‘आईटीवी’ चैनल से कहा, ‘‘ प्रदूषण और स्वच्छता के लिहाज से चीन, भारत, रूस तथा कई अन्य देशों की हवा बहुत अच्छी नहीं है, बहुत अच्छा जल नहीं है। वे जिम्मेदारियों को पूरा नहीं करते।’’