वाशिंगटन: अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने कहा है कि विदेश मंत्री रेक्स टिलरसन दक्षिण कोरिया, जापान और चीन के दौरे पर जायेंगे। यह घोषणा उत्तर कोरिया द्वारा उसके सहयोगी जापान के करीब बैलेस्टिक मिसाइल का प्रक्षेपण करने के एक दिन बाद की गयी है। अमेरिका के शीर्ष राजनयिक के तौर पर 15 से 19 मार्च के बीच अपनी पहली यात्रा के दौरान रेक्स टिलरसन मिसाइल परीक्षण के बाद प्राधिकारियों से बातचीत करेंगे। यह परीक्षण वाशिंगटन द्वारा दक्षिण कोरिया में आधुनिक मिसाइल सुरक्षा प्रणाली तैनात करने के बाद किया गया था।
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प्रवक्ता मार्क टोनर ने कहा, रेक्स टिलरसन प्रत्येक देश के वरिष्ठ अधिकारियों से मुलाकात कर डीपीआरके की ओर से उत्पन्न आधुनिक परमाणु एवं मिसाइल खतरे की जवाबदेही तय करने के संबंध में रणनीतिक समन्वय स्थापित करने सहित द्विपक्षीय एवं बहुपक्षीय मुद्दों पर विचार-विमर्श करेंगे। वहीं एशिया प्रशांत क्षेत्र में अमेरिका के आर्थिक एवं सुरक्षा हितों को और विस्तृत एवं सुदृढ़ करने के लिये प्रशासन की प्रतिबद्धता को भी दोहराएंगे। रेक्स टिलरसन 15 मार्च को तोक्यो पहुचेंगे इसके बाद 17 मार्च को सोल और फिर 18 मार्च को बीजिंग जायेंगे।
गौरतलब है कि परमाणु हथियारों से लैस उत्तर कोरिया ने प्रायद्वीप के पूर्व में आज चार बैलिस्टिक मिसाइलें दागीं जिसके बाद जापान ने कहा कि इनमें से तीन मिसाइलें उसके जलक्षेत्र में गिरीं। प्योंगयांग ने पिछले महीने एक बैलिस्टिक मिसाइल दागी थी जो अक्तूबर के बाद दागी गई पहली मिसाइल थी। सोल ने इसके बारे में कहा था कि यह मिसाइल दागने का मकसद अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के नए प्रशासन की प्रतिक्रिया को परखना था। सोल ने कहा कि पूर्वी सागर में कई मिसाइलें दागी गईं। पूर्वी सागर को जापान सागर के नाम से भी जाना जाता है।