नैशविले: अमेरिका में एक नकाबपोश बंदूकधारी ने गिरजाघर के गलियारे में गिरजाघर की एक सदस्य पर गोली चला दी, जिससे उसकी मौत हो गयी। अधिकारियों ने बताया कि कल की घटना में कम से कम एक महिला की मौत हो गयी और सात अन्य घायल हो गये। पुलिस ने बताया कि वहां मौजूद एक कर्मचारी ने बंदूकधारी का सामना किया। इस हाथापाई में बंदूकधारी ने खुद को गोली ली। एफबीआई ने बीती रात कहा कि उसने बर्नेट चापेल चर्च ऑफ क्राइस्ट में गोलीबारी के संबंध में नागरिक अधिकार जांच शुरू की है। मेट्रो नैशविले पुलिस विभाग के प्रवक्ता डॉन आरोन ने बताया कि घटना के पीछे के मकसद का अब तक तत्काल पता नहीं चल पाया। गिरजाघर के सदस्यों ने जांचकर्ताओं को बताया कि संदिग्ध ने एक या दो साल तक प्रार्थना में हिस्सा लिया था। (भ्रष्टाचार के आरोपों का सामना करने के लिए स्वदेश लौटे नवाज शरीफ)
बहरहाल नैशविले पुलिस ने गोलीबारी से पहले फेसबुक पर किये गये संदिग्ध के कई अजीबो गरीब पोस्ट पर तत्काल कोई टिप्पणी नहीं की। आरोन ने बताया कि जैसे ही प्रार्थना खत्म हुई बंदूकधारी गिरजाघर के पार्किंग स्थल में आया और उसने गाड़ी की ओर जा रही एक महिला पर गोली चला दी और फिर दो पिस्तौल के साथ गिरजाघर के पीछे प्रवेश किया तथा वहां मौजूद लोगों पर गोलियां बरसाने लगा, जिससे छह लोग घायल हो गये। पुलिस ने बताया कि बाद में उन्होंने संदिग्ध की कार से एक अन्य पिस्तौल और राइफल भी बरामद की।
अधिकारियों ने हमलावर की पहचान मर्फ्रीसबोरो के एमैनुएल किडेगा सैमसन 25 के तौर पर की है। सैमसन वर्ष 1996 में सूडान से अमेरिका आया था और वह कानूनी तौर पर अमेरिका का निवासी है। बहरहाल वैंडरबिल्ट यूनीवर्सिटी हॉस्पिटल में भर्ती किये जाने के कुछ समय बाद बंदूकधारी को अस्पताल से छुट्टी दे दी गयी लेकिन अभी वह पुलिस की हिरासत में है। मेट्रोपोलिटन नैशविले पुलिस ने बीती रात ट्वीट किया कि सैमसन पर हत्या समेत कई अन्य आरोप लगेंगे। हमले में मारी गयी महिला की पहचान स्मिर्ना की 39 वर्षीय मेलानी स्मिथ के तौर पर हुई और घायल छह अन्य लोगों को उपचार के लिये पास के अस्पताल में भर्ती कराया गया है।