वाशिंगटन: आतंकियों को शरणस्थली उपलब्ध करवाने के लिए पाकिस्तान को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ओर से गंभीर परिणाम भुगतने की चेतावनी दिए जाने के एक दिन बाद रक्षा मंत्री जेम्स मैटिस ने कहा कि इस संदर्भ में ट्रंप प्रशासन पाकिस्तान के खिलाफ इस बार निश्चित तौर पर कार्रवाई करेगा। मैटिस दरअसल इस सवाल का जवाब दे रहे थे कि पूर्व में भी ऐसे वादे किए जा चुके हैं लेकिन पाकिस्तान के खिलाफ कदम उठाने में अमेरिका पीछे ही हटता रहा है। (उत्तर कोरिया की मदद करने पर अमेरिका ने लगाया चीनियों, रूसियों पर प्रतिबंध)
रक्षा मंत्री से पूछा गया था, ट्रंप के शब्द बेहद कड़े हैं लेकिन ऐसे शब्द पहले भी सुने जा चुके हैं। असल में इस संदर्भ में कुछ किया जाएगा या पुरानी ही रणनीति पर ही चला जाएगा पश्चिम एशिया की यात्रा पर गए मैटिस ने अपने साथ गए संवाददाताओं से कहा, मैं सवाल समझाता हूं। आपको इसका जवाब जानने के लिए इंतजार करना होगा और देखना होगा। मैटिस ने चीफ्स ऑफ स्टाफ को निर्देश दिए हैं कि वह अफगानिस्तान और पाकिस्तान से जुड़ी ट्रंप की रणनीति को क्रियान्वित करने के लिए तैयारी करें।
उन्होंने कहा, मैं नाटो के महासचिव और हमारे सहयोगियों के संपर्क में रहूंगा। इनमें से कई सहयोगियों ने सैनिकों की संख्या बढ़ाने का वादा किया है। एकसाथ मिलकर हम आतंकी केंद्रों को नष्ट करने में अफगान सुरक्षा बलों की मदद करेंगे। इसी बीच, विदेश मंत्री रेक्स टिलरसन ने इस बात से इनकार नहीं किया कि यदि कार्रवाई योग्य खुफिया जानकारी मिलती है तो अमेरिकी सैन्य बल आतंकियों पर हमला करेंगे। उन्होंने कहा, चतुर और तरकीबों के लिहाज से सावधान दुश्मन को हराने का एक ही तरीका है कि हम भी उनकी ही तरह चतुर और तरकीबों के लिहाज से सावधान बनें। हमारा संघर्ष अब तक इस तरह का नहीं रहा है।