वाशिंगटन. अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में ताजा घटनाक्रम को देखते हुए अमेरिका ने बड़ा फैसला लिया है। अमेरिका ने कहा है कि काबुल एयरपोर्ट से अपने नागरिकों और सहयोगियों को सुरक्षित निकालने के लिए 6000 सैनिकों को तैनात किया जाएगा। इससे पहले अमेरिका के सेक्रेटरी ऑफ स्टेट एंटनी ब्लिंकन ने अपने प्रमुख सहयोगियों देशों में अपने समकक्षों को फोन कॉल्स किया। भारत इन देशों में शामिल नहीं था।
डिपार्टमेंट ऑफ स्टेट और डिफेंस डिपार्टमेंट द्वारा जारी किए गए बयान में कहा गया, "वर्तमान में हम हामिद करजई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे को सुरक्षित करने के लिए कई कदम उठा रहे हैं ताकि असैनिक और सैन्य उड़ानों के माध्यम से अफगानिस्तान से अमेरिका और संबद्ध कर्मियों के सुरक्षित प्रस्थान को सक्षम बनाया जा सके।"
बयान में आगे कहा गया, "अगले 48 घंटों में, हम अपनी सुरक्षा उपस्थिति को लगभग 6,000 सैनिकों तक बढ़ा देंगे, जिसका मिशन पूरी तरह से इन प्रयासों को सुविधाजनक बनाने पर केंद्रित होगा और हम हवाई यातायात नियंत्रण को अपने हाथ में लेंगे। कल और आने वाले दिनों में, हम अफगानिस्तान में रहने वाले हजारों अमेरिकी नागरिकों के साथ-साथ काबुल में अमेरिकी मिशन के स्थानीय रूप से कार्यरत कर्मचारियों और उनके परिवारों और अन्य विशेष रूप से कमजोर अफगान नागरिकों को देश से बाहर स्थानांतरित करेंगे।"
अमेरिका ने काबुल दूतावास से झंडा उतारा
अमेरिका के विदेश मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि अफगानिस्तान से अपने लोगों को निकालने के बीच काबुल में अमेरिकी दूतावास से अमेरिकी झंडा उतार लिया गया है। अधिकारी ने बताया कि दूतावास के लगभग सभी अधिकारियों को शहर के अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पहुंचा दिया गया है, जहां पर हजारों अमेरिकी तथा अन्य लोग विमानों का इंतजार कर रहे हैं। अधिकारी ने बताया कि अमेरिकी झंडा दूतावास के अधिकारियों में से एक के पास है।