वाशिंगटन: उत्तर कोरिया के बढ़ते परमाणु हथियार कार्यक्रम पर चिंताओं के बीच अमेरिकी सेना ने अपनी तरह के पहले एक अन्तर्महाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल के लक्ष्य को सफलतापूर्वक भेदने का परीक्षण किया। सेना ने एक बयान में कहा कि कैलिफोर्निया में वेन्देंबर्ग वायु सेना अड्डे से लॉन्च किया गया जमीन आधारित इंटरसेप्टर ने कल मार्शल द्वीपों में रीगल परीक्षण स्थल से छोड़े गए अंतर्महाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल लक्ष्य को सफलतापूर्वक भेद दिया। अमेरिकी मिसाइल रक्षा एजेंसी के निदेशक वाइस एडमिरल जिम सीरिंग ने कहा, यह प्रणाली हमारे देश की रक्षा के लिए काफी महत्वपूर्ण है और यह परीक्षण दिखाता है कि हम एक वास्तविक खतरे से निपटने में सक्षम हैं। (जल्द ही उत्तर कोरिया पर पाबंदी लगा सकते हैं अमेरिका और चीन)
इस परीक्षण की सफलता आईसीबीएम मिसाइलों के खिलाफ जमीन आधारित प्रभावी रक्षा प्रणाली स्थापित करने में अमेरिकी सेना के प्रयासों के लिए ऐतिहासिक क्षण था।
यह परीक्षण ऐसे समय में किया गया जब इससे एक दिन पहले उत्तर कोरिया ने बैलिस्टिक मिसाइल का एक अन्य परीक्षण किया। उत्तर कोरिया के लगातार मिसाइल परीक्षणों से अमेरिका चिंतित हो गया है।
पेंटागन प्रवक्ता नेवी कैप्टन जेफ डेविस ने कहा कि कल का परीक्षण केवल उत्तर कोरिया के साथ बढ़ते तनावों के जवाब में नहीं था, बल्कि इसका एक वृहद मकसद है, उत्तर कोरिया भी एक कारण है कि क्यों हमारे पास यह क्षमता होनी चाहिए। डेविस ने कहा, वे खतरनाक बयानबाजी करते हुए लगातार परीक्षण कर रहे हैं जैसा कि हमने इस सप्ताहांत देखा। जिससे संकेत मिलता है कि वे अमेरिकी सरजमीं पर हमला करेंगे। साथ ही उन्होंने पश्चिम एशिया में अमेरिका के कूटनीतिक हितों को चुनौती देने के तौर पर ईरान की बढ़ती मिसाइल क्षमताओं का भी जिक्र किया।