वाशिंगटन: सिक्किम सेक्टर स्थित भारत-चीन सीमा पर चल रहे गतिरोध को लेकर अमेरिका ने चिंता जताते हुए कहा है कि दोनों देशों को साथ काम करके शांति व्यवस्था के लिए रास्ते निकालने की कोशिश करनी चाहिए। विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हीदर नौअर्ट ने अपने दैनिक संवाददाता सम्मेलन में संवाददाताओं से कहा, मैं जानती हूं कि अमेरिका मौजूदा स्थिति को देखते हुए चिंतित है। वह भारत और चीन के बीच सिक्किम सेक्टर में एक महीने से ज्यादा समय से फैले गतिरोध से जुड़े सवालों का जवाब दे रही थीं। (ट्रंप ने की व्लादिमीर पुतिन के साथ गुप्त बैठक)
नौअर्ट ने कहा, हमारा मानना है कि दोनों ही पक्षों को साथ काम करके शांति व्यवस्था बहाल करने के लिए कुछ बेहतर रास्ते निकालने की कोशिश करनी चाहिए। चीन और भारत के बीच सिक्किम सेक्टर के दोका ला में गतिरोध चल रहा है। यहां भारतीय सैनिकों ने चीनी सैनिकों द्वारा किए जा रहे सड़क निर्माण को 16 जून को रोक दिया था।
दोका ला इस क्षेत्र का भारतीय नाम है। भूटान इस क्षेत्र को दोकलाम के रूप में पहचान देता है। वहीं, चीन दोंगलांग क्षेत्र का हिस्सा बताता है। भारत-चीन की 3,488 किमी लंबी सीमा जम्मू-कश्मीर से अरूणाचल प्रदेश तक है। इसका 220 किमी का क्षेत्र सिक्किम में पड़ता है। गौरतलब है कि बीते मंगलवार चीन ने भारत को चेतावनी देते हुए कहा था कि चीन युंद्ध के लिए तैयार है और वह भारत से नहीं डरता है। चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स ने भी एक लेख में कहा था कि चीन को भारत से लगी सीमा पर ज्यादा सैनिकों की तैनाती करनी चाहिए और डोकलाम में सड़क निर्माण को तेज करना चाहिए, जहां दोनों पक्षों के बीच करीब महीने भर से गतिरोध बना हुआ है।