वाशिंगटन: अमेरिका समुद्री निरीक्षण में काम आने वाले अत्याधुनिक हथियार रहित गार्जियन ड्रोनों के लिए भारत की ओर से किए गए अनुरोध पर एक सकारात्मक फैसला ले सकता है। यह खासतौर पर हिंद महासागर में समुद्री निरीक्षण के लिए हैं। अमेरिका का यह कदम उसके द्वारा जून में भारत को एक बड़ा रक्षा सहयोगी करार दिए जाने के बाद सामने आ रहा है।
भारत को बड़े रक्षा सहयोगी का दर्जा दिए जाने के कुछ सप्ताह के भीतर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा से व्हाइट हाउस में मुलाकात की थी। भारतीय नौसेना ने फरवरी में 22 उच्च स्तरीय एवं बहुत से अभियानों के संचालन में समर्थ मानवरहित गार्जियन विमानों की खरीद के लिए रक्षा मंत्रालय को एक आग्रह पत्र (LOR) भेजा था। अमेरिका सरकार ने इस पर कोई औपचारिक फैसला नहीं लिया है लेकिन ऐसा माना जा रहा है कि भारत के अनुरोध पर अंतर एजेंसी प्रक्रिया शुरू की जा चुकी है।