अमेरिका लगातार पाकिस्तान के साथ कड़ा रुख अपना रहा है। पिछले दिनों एक ओर जहां अमेरिका ने पाकिस्तान को दी जाने वाली सैन्य सहायता रोकी थी वहीं दूसरी ओर अब अमेरिका ने एक ऐसा मनी लॉन्ड्रिंग ग्रुप तैयार कर रहा है जिसमें पाकिस्तान को आतंकवाद के लिए मनी लॉन्ड्रिंग करने वाले देशों की सूची में रखने का प्रस्ताव रखा है। पाकिस्तान के एक वरिष्ठ अधिकारी ने इस बात की जानकारी दी। (चीन की भारत को चेतावनी, मालदीव में की सैन्य कार्रवाई तो भेजे देंगे हम अपनी सेना )
पाकिस्तान इस बात से काभी परेशान है कि अमेरिका के इस कदम से उसकी अर्थव्यवस्था पर गहरा प्रभाव पड़ सकता है। अगले सप्ताह पेरिस में इसी मुद्दें को लेकर वित्तीय एक्शन टास्क (FATF) की एक बैठक होने वाली है। आपको बता दें कि FATF एक अंतरसरकारी संस्था है जो गैरकानूनी फंड के खिलाफ मानक तैयार करता है। इससे पहले भी पाकिस्तान साल 2012 से 2015 तक FATF की निगरानी में था।
कई सप्ताह पहले अमेरिका और ब्रिटेन ने इस प्रस्ताव को आगे बढ़ाया था जिसपर बाद में फ्रांस और जर्मनी भी राज़ी हो गए थे। पाक अधिकारियों का मानना है कि FATF में शामिल होने से पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था पर बहुत गहरा झटका लग सकता है। इससे विदेशी निवेशकों और कंपनियों को पाकिस्तान में बिज़नेस करने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। इसके अलावा पाकिस्तान को अंतरराष्ट्रीय कर्ज बाजारों से पैसा उधार लेना भी मुश्किल होगा।