ह्यूस्टन: अक्तूबर के महीने में लापता होने के बाद एक सुरंग में मृत मिली तीन वर्षीय भारतीय बच्ची शेरिन मैथ्यू को बुरी तरह प्रताड़ित किया गया था। एक चिकित्सक ने अदालत में गवाही दी कि उसकी कई हड्डियां टूटी हुई थी और कई जख्म भी थे जो भर रहे थे। उसे गोद लिया गया था। शेरिन सात अक्तूबर को लापता हुई थी और 22 अक्तूबर को उपनगरीय डलास में उसके घर से लगभग एक किमी दूर एक सुरंग में उसका शव मिला था। उसकी पोस्टमार्टम रिपोर्ट अभी तक नहीं आई है। (डाऊद के गुनाहों से परेशान बेटा बना मस्जिद का मौलाना)
उसे भारतीय-अमेरिकी दंपति वेस्ले और सिनी मैथ्यू ने पिछले वर्ष भारत के एक अनाथाश्रम से गोद लिया था। शेरिन के लापता होने के बाद उसके माता-पिता से उनकी जैविक संतान की भी कस्टडी छीन ली गई। उसके अभिभावक अपनी जैविक बेटी के संबंध में चाइल्ड प्रोटेक्टिव सर्विसेस (सीपीएस) की लंबी सुनवाई के लिए कल अदालत में पेश हुए। उनकी बेटी फिलहाल ह्यूस्टन में किसी अन्य परिवार के साथ रह रही है। सीपीएस को पहले भी इस परिवार के मामले में दखल देना पड़ा था। अभियोजन पक्ष ने अदालत में पेश सिनी से इस बारे में सवाल पूछे और आरोप लगाया कि पहले भी शेरिन की जांघ की हड्डी, कोहनी और पिंडली की हड्डी टूटी पाई गई थी। लेकिन सिनी ने इन आरोपों की पुष्टि नहीं की।
इसके बाद अभियोजन पक्ष ने रेफेरल ऐंड इवेल्युएशन ऑफ एट रिस्क चाइल्ड क्लीनिक की बाल रोग विशेषज्ञ तथा बाल उत्पीड़न मामलों की विशेषज्ञ सूसान डाकिल को गवाही देने बुलाया । डाकिल ने बताया कि सितंबर 2016 और फरवरी 2017 में लिए गए विभिन्न एक्स-रे में जख्म साफ नजर आ रहे थे। डाकिल ने कहा कि स्कैन में पता चला कि ये जख्म शेरिन को भारत से लाने के बाद दिए गए। फरवरी में लिया गया एक्स-रे बताता है कि शेरिन की पिंडली की हड्डी और जांघ की हड्डी में फ्रैक्चर ठीक होने के अलग-अलग चरण में थे। डाकिल ने बताया कि जख्मों देखकर उनका मानना है कि शेरिन को ये चोटें अलग-अलग मौके पर लगी, हालांकि ये जख्म उसे कब मिले इस बारे में नहीं बताया जा सकता। एक्स-रे देखने के बाद चिकित्सक ने चाइल्ड प्रोटेक्टिव सर्विस को इसकी रिपोर्ट दी।