वाशिंगटन: अमेरिका के शीर्ष एक सांसद ने आज पाकिस्तान से अमेरिका आने वाले लोगों की और अधिक कड़ी जांच की मांग की। साथ ही उन्होंने पाकिस्तान में बड़ी संख्या में आतंकवादियों के मौजूद होने का आरोप भी लगाया। गौरतलब है कि कल राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने न्यूयार्क हमले के मद्देनजर ‘‘मेरिट आधारित’’ ज्यादा कड़े उपाय अपनाने और विविधता वाले वीजा कार्यक्रम को खत्म करने का इरादा जाहिर किया। न्यूयार्क में 9/11 के बाद, कल हुए सबसे घातक हमले में, आईएसआईएस से प्रेरित एक उज़्बेक नागरिक ने पैदल चलने वालों और बाइक तथा साइकिल सवारों के लिए तय रास्ते पर एक ट्रक घुसा दिया जिससे कुचल कर आठ लोग मारे गए। हमले में करीब दर्जन भर लोग घायल भी हो गए। (कुवैत ने की न्यूयॉर्क में हुए आतंकी हमले का निंदा)
कांग्रेस सदस्य पीटर किंग ने सीएनएन को दिए एक साक्षात्कार में कहा ‘‘अगर उस देश से कोई व्यक्ति आता है जिस देश में आतंकवादी बड़ी संख्या में मौजूद हैं तो उस देश से आने वालों की और अधिक कड़ी जांच होनी चाहिए ताकि इस तरह का कोई भी व्यक्ति न आ सके।’’ उन्होंने कहा ‘‘पाकिस्तान में बड़ी संख्या में आतंकवादी मौजूद हैं। उन्होंने आईएसआईएस की तरफ से लड़ने 800 लोगों को सीरिया भेजा है। इस मामले में और अधिक जांच होनी चाहिए। आप इसे कैसे स्पष्ट करेंगे कि यह, अब तक के आम मामलों की तुलना में अधिक है।’’ किंग ने हालांकि कहा कि लॉटरी कार्यक्रम कारगर भी रहा है जिसकी वजह से अच्छे लोग भी देश में आए हैं।
ट्रंप ने कल कहा था कि हमलावर को एक स्टेट डिपार्टमेंट प्रोगाम के तहत अमेरिका में घुसने की इजाजत दी गई थी जिसे ‘विविधता लॉटरी कार्यक्रम’ कहा जाता है। इस वीजा कार्यक्रम के तहत उन देशों के लोगों को ग्रीन कार्ड दिया जाता है जहां से आमौतर पर उनके मेरिट आधारित उम्मीदवार नहीं होते। हमले को अंजाम देने वाला 29 वर्षीय उज़्बेक प्रवासी साइपोव 2010 में वैध रूप से अमेरिका आया था।