वाशिंगटन: अमेरिका के ट्रंप प्रशासन ने काबुल में हुये आतंकी हमले की निंदा की है और युद्धग्रस्त देश में स्थिरता लाने की अपनी प्रतिबद्धता दोहरायी है। अमेरिका के रक्षा मंत्री जेम्स मैटिस ने अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी को फोन किया और अफगानिस्तान की राजधानी काबुल के सुप्रीम कोर्ट में कल हुये एक आत्मघाती हमले में 19 लोगों के मारे जाने की घटना पर दुख व्यक्त किया।
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अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जनरल (सेवानिवृत्त) माइकल फ्लिन ने भी अफगानिस्तान के अपने समकक्ष को फोन किया। व्हाइट हाउस के प्रेस सचिव शॉन स्पाइसर ने अपने नियमित संवाददाता सम्मेलन में कहा, आत्मघाती हमले में अफगानिस्तान के कम से कम 19 नागरिकों के मारे जाने और 14 लोगों के घायल होने के बाद आज हम लोगों की नजरें काबुल पर लगी हैं। उन्होंने बताया कि आज सुबह जनरल (सेवानिवृत्त) माइकल फ्लिन ने अफगानिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार से बात करके अफगानिस्तान को अमेरिका के लगातार सहयोग और दोनों देशों के बीच रणनीतिक भागीदारी का आश्वासन दिया।
उन्होंने बताया, हम कड़े से कड़े शब्दों में इस कायरतापूर्ण हमले की निंदा करते हैं और तेजी से कार्रवाई करने पर अफगानिस्तानी सुरक्षा बलों की सराहना करते हैं। स्पाइसर ने बताया, अपने लोगों की रक्षा कर रही और शांति के दुश्मनों के खिलाफ कार्रवाई कर रही अफगानिस्तान सरकार के लिए हम अपना समर्थन फिर से दोहराते हैं। अमेरिका के रक्षा मंत्री जनरल (सेवानिवृत्त) मैटिस ने राष्ट्रपति अशरफ गनी को फोन किया और अफगानिस्तान के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहरायी और देश की स्थिरता पर बल दिया।