वाशिंगटन: प्योंगयांग द्वारा मानवाधिकारों के गंभीर उल्लंघन और सेंसरशिप गतिविधियों की प्रतिक्रिया के रूप में अमेरिकी प्रशासन ने उत्तर कोरिया की सरकारी एजेंसियों और वरिष्ठ अधिकारियों पर प्रतिबंध की घोषणा की है। जिन पर प्रतिबंध लगाया गया है उनमें नेता किम जोंग उन की बहन भी शामिल है। अमेरिका की उत्तर कोरियाई लोगों पर प्रतिबंध की सूची में सात और लोगों को शामिल किया गया है और इस बार निशाना अधिकारों का हनन करने वाले जेल अधिकारी और सुरक्षा अधिकारी हैं।
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अमानवीय व्यवहार करने क लिए MSS जिम्मेदार
ब्लैकलिस्ट में किम वोन होंग का नाम भी है जो सुरक्षा मंत्रा (MSS) के प्रमुख हैं। अमेरिकी वित्त मंत्रालय ने कल एक वक्तव्य में कहा था, देश के राजनीतिक कारावास शिविरों में और पूछताछ के दौरान बंदियों के उत्पीड़न और उनके साथ अमानवीय व्यवहार करने में एमएसएस की भूमिका है। इसमें आगे कहा गया, अमानवीय व्यवहार में मारपीट, भूख से तड़पाना, यौन उत्पीड़न, जबरन गर्भपात और शिशु हत्या शामिल है।
उत्तर कोरिया की सरकार न्यायेत्तर हत्याओं को अंजाम दे रही है: विदेश विभाग
अमेरिका के विदेश विभाग ने उ.कोरिया में अधिकारों के हनन पर एक रिपोर्ट जारी की थी जिसके बाद वित्त विभाग ने यह घोषणा की है। विदेश विभाग ने कहा, उत्तर कोरिया की सरकार लगातार न्यायेत्तर हत्याओं को अंजाम दे रही है, लोगों को गायब कर रही है, मनमानी गिरफ्तारियां और कैद कर रही है, जबरन मजदूरी करवा रही है और प्रताडि़त कर रही है। अमेरिका ने किम जोंग उन को प्रतिबंधों की ब्लैकलिस्ट में बीती जुलाई में पहली बार शामिल किया था।