नई दिल्ली: पहली जनवरी से पाकिस्तान के खिलाफ शुरू हुई अमेरिकी सख्ती का सिलसिला जारी है। इसी क्रम में अमेरिका ने पाकिस्तान को एक साथ तीन-तीन झटके दिए। पहले तो अमेरिका ने पाकिस्तान को अपनी सरजमीं पर मौजूद आतंकियों के खात्मे के लिए 15 दिन का अल्टीमेट दिया, फिर पाकिस्तान को उन देशों की लिस्ट में डाल दिया जहां धार्मिक आजादी के उल्लंघन के गंभीर आरोप लगे हैं और अब अमेरिका ने पाकिस्तानी फौज को दी जाने वाली सभी मदद को रोक दिया है। अमेरिका ने ये कदम इसलिए उठाया है क्योंकि आतंकवाद के खिलाफ जंग में पाकिस्तान अमेरिका का ठीक से साथ नहीं दे रहा है। अमेरिका के इस सख्त तेवर से आतंकी सरगना हाफिज सईद बौखला गया है और इन सबके लिए भारत को जिम्मेदार ठहाराया है।
विदेश विभाग के प्रवक्ता हीदर नौअर्ट ने कहा, ‘‘विदेश मंत्री ने पाकिस्तान को भी धार्मिक स्वतंत्रता के ‘गंभीर उल्लंघनों’ को लेकर विशेष निगरानी सूची में डाल दिया।’’ ‘विशेष निगरानी सूची’ उन देशों के लिए होती है जहां धार्मिक स्वतंत्रता का गंभीर उल्लंघन तो होता है लेकिन यह सीपीसी के स्तर तक नहीं जाता है। पाकिस्तान इस सूची में शामिल होने वाला पहला देश है। इस श्रेणी को 2016 के एक विशेष कानून द्वारा बनाया गया है।
नौअर्ट ने एक बयान में कहा, ‘‘दुनियाभर में कई स्थानों पर लोगों को अपने धर्म की आजादी का पालन करने पर अब भी उत्पीड़न, अभियोजन का सामना करना पड़ता है और सलाखों के पीछे जाना पड़ता है। ’’ उन्होंने कहा कि इंटरनेशनल रिलीजियस फ्रीडम एक्ट, 1998 के अनुसार विदेश मंत्री हर साल उन सरकारों को ‘खास चिंता वाले देशों’ के रुप में नामित करते हैं जो धार्मिक आजादी के भयंकर उल्लंघन में शामिल है या उन्हें नजरअंदाज करती हैं।
इसके अलावा अमेरिका ने पाकिस्तान से कहा है कि वो या तो आतंकियों को खुद मारे या फिर उसे पकड़कर उनके हवाले कर दे। अमेरिका ने पाकिस्तान को लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद, हिजबुल मुजाहिदीन और हक्कानी नेटवर्क जैसे आतंकी संगठनों के खिलाफ एक्शन लेने को कहा है और इसके लिए अमेरिका ने पाकिस्तान को सिर्फ पंद्रह दिन की मोहलत दी है। अमेरिका ने कहा है अगर पाकिस्तान एक्शन नहीं लेगा तो फिर वो अपने तरीके से आतंकवादियों का सफाया करने का कदम उठाएगा।
अमेरिका ने पाकिस्तान को हक्कानी नेटवर्क के 27 आतंकवादियों की लिस्ट सौंपी है। लिस्ट सौंपने के बाद अमेरिका ने पाकिस्तान से 15 दिन के अंदर आतंकवादियों पर कार्रवाई करने को कहा। अमेरिका ने ये भी कहा है कि पकड़े गए आतंकियों को उसके हवाले कर दे। अमेरिका के इस कड़े रूख के बाद हाफिज सईद बौखला गया है। एक बार फिर अमेरिकी कार्रवाई के लिए हिंदुस्तान को जिम्मेदार ठहरा दिया है।