वाशिंगटन: अमेरिका ने इस्राइल के साथ अपने इतिहास की अब तक की सबसे बड़ी सैन्य संधि पर हस्ताक्षर किए हैं। इस संधि के तहत इस्राइल आधुनिक विमान एवं हथियार खरीदेगा और अपनी सेना की मिसाइल रक्षा प्रणाली को मजबूत करेगा। दोनों देशों के बीच समझौता पत्र पर हस्ताक्षर होने के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने कहा, इस्राइल की सुरक्षा के प्रति अमेरिका की प्रतिबद्धता अक्षुण्ण है।
ओबामा ने कहा, उनके प्रशासन ने इस्राइल सरकार के साथ सुरक्षा सहयोग के मुद्दे पर जो 10 साल के नए समझौता पत्र पर हस्ताक्षर किए हैं, वह इस्राइल की सुरक्षा के प्रति मेरी दृढ़ प्रतिबद्धता का नवीनतम संकेत है। अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार सुसैन राइस ने कहा कि ऐसा करके ओबामा प्रशासन इस्राइल और इस्राइली जनता की सुरक्षा के प्रति एक और अभूतपूर्व वादा कर रहा है।
समझौता पत्र के अनुसार, अमेरिका इस्राइल को 10 साल में 38 अरब डॉलर की सैन्य मदद उपलब्ध करवाने का वादा करता है। इसमें 33 अरब डॉलर विदेशी सेना वित्तपोषण कोष के हैं और साथ ही पांच अरब डॉलर मिसाइल रक्षा का अभूतपूर्व वादा भी किया गया है।
राइस ने कहा, यह हमारे मौजूदा वित्तपोषण में पर्याप्त इजाफा दर्शाता है। यह इस बात को सुनिश्चित करेगा कि इस्राइल को अपनी सुरक्षा स्वयं करने के लिए जितना आधार चाहिए, वह उसके पास हो और वह सैन्य क्षेत्र में गुणवत्तापूर्ण स्थिति में हो। अमेरिका के इतिहास में किसी भी देश को सैन्य मदद देते समय यह एकमात्र सबसे बड़ा संकल्प होता है। राइस ने कहा कि यह इस्राइल की सुरक्षा के प्रति अमेरिका की अक्षुण्ण प्रतिबद्धता की ताकीद है।