न्यूयॉर्क: अमेरिका की एक अदालत ने अफगानिस्तान में अमेरिकी सैनिकों की हत्या और नाइजीरिया में अमेरिकी दूतावास में बम धमाके की साजिश समेत कई आतंकी अपराधों के लिए अलकायदा के एक आतंकवादी को दोषी पाया है। यह आतंकी पाकिस्तान की यात्रा कर चुका था और इस दौरान उसने आतंकी संगठन के आकाओं से भी मुलाकात की थी। नाइजीरिया के रहने वाले 46 साल के इब्राहिम सुलेमान अदनान आदम हारून को अमेरिकी नागरिकों की हत्या की साजिश, सरकारी प्रतिष्ठानों पर बम से हमला करने की साजिश, विदेशी आतंकी संगठन अलकायदा को सामग्री मुहैया कराने और आतंकी गतिविधियों के लिए विस्फोटकों का इस्तेमाल करने समेत सभी पांच आरोपों में ज्यूरी ने दोषी पाया।
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जून में जब उसे सजा सुनाई गयी थी तो उसे अधिकतम आजीवन कारावास की सजा हुयी थी। अमेरिका में 11 सितंबर को हुये हमले से कुछ हफ्तों पहले हारून अफगानिस्तान गया था और अलकायदा से जुड़ गया था। उसे संगठन के प्रशिक्षण शिविर में प्रशिक्षित किया गया और उसने अफगानिस्तान में अमेरिकी तथा गठबंधन सेनाओं पर हुये हमले में हिस्सा लिया जिसमें 2003 में अमेरिकी सेवा के दो सदस्य मारे गये थे और कई अन्य घायल हो गये थे।
उसे अलकायदा के एक हथियार विशेषज्ञ से भी प्रशिक्षण मिला था और वह नाइजीरिया में स्थित अमेरिकी प्रतिष्ठानों पर हमले के उद्देश्य से पाकिस्तान से नाइजीरिया भी गया था। राष्ट्रीय सुरक्षा मामलों के असिस्टेंट अटॉर्नी जनरल मैरी बी मैक्कॉर्ड ने कहा, हारून एक अलकायदा आतंकी है जिसने दो महाद्वीपों में अमेरिकी लोगों और कूटनीतिक प्रतिष्ठानों को निशाना बनाया। सुनवाई के दौरान पेश किये गये साक्ष्य यह साबित करते हैं कि आरोपी और दूसरे जिहादियों ने अफगानिस्तान में एक अमेरिकी गश्ती दल पर हमला किया, जिसके फलस्वरूप दो अमेरिकी सैनिकों की मौत हो गयी और कई अन्य जख्मी हो गये।