वाशिंगटन: रूस से रक्षा खरीद को लेकर भारत और इंडोनेशिया जैसे देशों के खिलाफ प्रतिबंध लगाने पर अमेरिका के एक शीर्ष एडमिरल ने देश की संसद को चेतावनी दी है। एडमिरल ने कहा कि ऐसे किसी भी कदम का हिन्द - प्रशांत क्षेत्र में अमेरिकी रक्षा संबंधों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा और इसके सहयोगियों की निर्भरता रूस पर बढ़ेगी। अमेरिका प्रशांत कमान कमांडर पद के लिए नामित एडमिरल फिलिप एस . डेविडसन ने कल नियुक्ति की मंजूरी के लिए हो रही सुनवाई के दौरान सीनेट की सशस्त्र सेवा समिति के सदस्यों से कहा कि भारत की सेना तकनीकों और प्रशिक्षण के लिए लंबे समय से यूएसएसआर और फिर रूस पर निर्भर रही है। (इंडोनेशिया में भूकंप से 3 लोगों की मौत, 300 से अधिक घर क्षतिग्रस्त)
डेविडसन ने कहा , ‘‘ हमें काफी हद तक उस ऐतिहासिक पृष्ठभूमि को तोड़ना होगा , तोड़ना सही काम नहीं है बल्कि उनके साथ मिलकर काम करना होगा ताकि हम भारत के साथ आगे बढ़ सकें। ’’ पेंटागन के शीर्ष एडमिरल ने संसद को चेताया कि ‘‘ अमेरिका के विरोधियों के खिलाफ प्रतिबंधों के जरिए कार्रवाई कानून ( सीएएटीएसए )’’ के तहत रूस से रक्षा खरीद को लेकर भारत के खिलाफ प्रतिबंध लगाना उसके साथ संबंधों पर प्रतिकूल प्रभाव डालेगा।
सीएएटीएसए के तहत रूस के साथ बड़े स्तर पर रक्षा और खुफिया मामलों में जुड़े देशों के खिलाफ प्रतिबंध लगाया जाता है। भारत के खिलाफ रूस से बड़ी रक्षा खरीदों , खास तौर से एस -400 मिसाइल रक्षा प्रणाली की खरीद को लेकर प्रतिबंध लग सकता है।