न्यूयार्क: अमेरिका के टेक्सास प्रांत के ह्युस्टन शहर में सोमवार को हथियारबंद व्यक्ति द्वारा की गई गोलीबारी में नौ लोग घायल हो गए। प्रशासन के मुताबिक, हमलावर को पुलिस ने मार गिराया। गोलीबारी करने वाली व्यक्ति की पहचान भारतीय मूल के वकील नाथन देसाई के रूप में हुई है। वह नाजी विचारधारा से प्रेरित था।
पुलिस ने बताया कि घटना के वक्त देसाई ने सेना की वर्दी पहन रखी थी, जिसपर नाजी प्रतीक लगा था। उसने लगभग 20 मिनट तक सड़क पर गुजरते वाहनों पर गोलियां बरसाई। पुलिस का कहना है कि उन्हें अभी तक पता नहीं चल पाया है कि देसाई ने आखिरकार क्यों इस तरह लोगों पर गोलियां बरसाईं।
ह्युस्टन की कार्यवाहक पुलिस प्रमुख मार्था मोंटाल्वो का कहना है कि घायलों की जान को खतरा नहीं है लेकिन एक गंभीर रूप से घायल है जबकि पांच अन्य अस्पताल में भर्ती हैं। मोंटाल्वो का कहना है कि हमलावर वकील था, जो अपनी कंपनी में हो रही दिक्कतों से जूझ रहा था। पुलिस द्वारा की गई जवाबी कार्रवाई में उसे मार गिराया गया।
हमलावर के पिता प्रकाश देसाई (80) ने केपीआरसी टीवी को बताया कि उसका बेटा अपने कानूनी फर्म में दिक्कतों की वजह से परेशान था। उनके पिता ने कहा कि नाथन देसाई (40) अपने ग्राहकों से सुरक्षा के मद्देनजर कई बंदूकें रखता था, जिसमें से कुछ मजाकिया लोग और कुछ गंभीर आपराधिक प्रवृत्ति के थे। समाचार पत्र 'ह्युस्टन क्रॉनिकल' के मुताबिक, प्रकाश देसाई एक सेवानिवृत्त भौगोलिक हैं।
समाचार पत्र के मुताबकि, पुलिस को उसके फ्लैट से सेना से जुड़े से कई सामान मिले। पुलिस को उसे पोर्श गाड़ी से थॉम्पसन सब-मशीनगन और 0.45 कैलीबर की हैंडगन भी मिली जिसका इस्तेमाल उसने पुलिस पर गोली चलाने के लिए किया था।