वॉशिंगटन: अमेरिका के टेनेसी राज्य में क्रिसमस का पर्व मनाने के दौरान आग लगने से तेलंगाना के तीन किशोर भाई-बहनों सहित चार लोगों की मौत हो गई। यूएसए टुडे की रिपोर्ट के अनुसार घर में आग लगने से एक महिला और तीन भारतीय बच्चे मारे गए। ये बच्चे टेनेसी के मेंमफिस में महिला के परिवार के साथ छुट्टियां बिता रहे थे।
समाचारपत्र ने कोडराइट्स चर्च की ओर से जारी एक बयान के हवाले से कहा, ‘‘कोलीरविले की कारी कोडराइट तथा भारत के नाइक परिवार से तीन बच्चे शेरॉन (17), जॉय (15) और एरॉन (14) आग लगने की घटना में मारे गए।’’ वहीं तेलंगाना में बच्चों के परिजनों ने बच्चों की पहचान सात्विका नाइक, सुहान नाइक और जया सुचित के रूप में की है।
बच्चों के रिश्तेदार महेश नाइक ने तेलंगाना में बताया कि बच्चों के पिता श्रीनिवास नाइक अमेरिका रवाना हो गए हैं। वह जिले के गुरप्पु थंड़ा के रहने वाले हैं। महेश ने बताया, ‘‘तीनों बच्चे अमेरिका में पढ़ रहे थे। मेरे अंकल (श्रीनिवास नाइक) एक गिरजाघर में पादरी हैं और यहां एक स्कूल चलाते हैं। हमें सोमवार को सूचना मिली कि जिस घर में वे क्रिसमस पार्टी मनाने गए थे वहां आग लग गई।’’
चर्च ने अपने बयान में कहा, ‘‘कोडराइट होम में 23 दिसंबर को रात 11 बजे आग लग गई। कोडराइट परिवार बच्चों के साथ क्रिसमस पार्टी मना रहा था। नाइक परिवार भारत में मिशनरीज हैं जिन्हें हमारा चर्च समर्थन देता है।’’ रिपोर्ट में कहा गया कि कारी के पति डेनी और उनका बेटा कोल किसी तरह भागने में सफल रहे। माना जा रहा है कि दोनों बच गए हैं।’’
चर्च ने बताया कि इस वक्त हम मिशनरी बच्चों के संबंध में गोपनीयता बनाए रखने की मांग करते हैं। उनका परिवार भारत से आ रहा है और उन्हें घटना के बारे में बताया जा रहा है। भारतीय किशोर मिसीसिपी में फ्रेंच कैंप अकेडमी में पढ़ाई कर रहे थे। अकेडमी ने कहा कि वह इस घटना से बेहद दुखी हैं।
चार वर्ष से कोडराइट परिवार को जानने वाले केथ पोट्स ने बताया कि नाइक बच्चे मिसीसिपी के एक स्कूल में पढ़ते थे। जब स्कूल में शीतकालीन अवकाश हुआ तो भारतीय बच्चे अपने घर नहीं जा सके इसलिए कोडराइट परिवार ने उन्हें अपने घर में रहने के लिए बुला लिया था। कोलीरविले के मेयर स्टान जॉयनेर ने बताया कि घटना की जांच की जा रही है।