यूस्टन: अमेरिका के टेक्सास प्रांत में तूफान हार्वे के बाद यूस्टन विश्वविद्यालय में जबरदस्त बाढ़ में फंसे कम से कम 200 भारतीय छात्रों को निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है। अधिकारियों ने बताया कि क्षेत्र स्थित भारतीय मूल के अमेरिकी समुदाय की ओर से छात्रों को भोजन और अन्य चीजों की आपूर्ति की जा रही है। (चीन का दावा: डोकलाम से हमारी नहीं, सिर्फ भारत की सेनाएं पीछे हटी हैं)
यूस्टन स्थित भारत के महावाणिज्यदूत अनुपम रे छात्रों के सम्पर्क में हैं और छात्रों को बाढ़ से निकालने की प्रक्रिया पर नजर रखे हुए हैं। दिल्ली में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा कि दो भारतीय छात्रों शालिनी और निखिल भाटिया को आईसीयू में भर्ती कराया गया है। उन्होंने ट्वीट किया, एसीजीयूस्ट ने मुझो सूचित किया है कि यूस्टन विश्वविद्यालय में 200 छात्र फंसे हुए हैं। वे गर्दन तक पानी से घिरे हुए हैं।
उन्होंने अन्य ट्वीट में कहा कि भारतीय पक्ष ने भोजन की आपूर्ति करने का प्रयास किया लेकिन अमेरिकी कोस्टगार्ड ने उन्हें इसकी इजाजत नहीं दी क्योंकि नौकाओं की जरूरत बचाव अभियान में थी। उन्होंने कहा कि विदेश मंत्रालय यह सुनिश्चित कर रहा है कि अस्पताल में भर्ती छात्रों के रिश्तेदार उनके पास अस्पताल जल्द पहुंच सकें।