वाशिंगटन: अफगानिस्तान के लिए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की नीति के अनुसार, करीब 11,000 अमेरिकी सैनिक युद्ध प्रभावित देश में तैनात हैं। पेंटागन के मुख्य प्रवक्ता डी डब्ल्यू व्हाइट ने कल यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि यह घोषणा रक्षा मंत्री जिम मैटिस द्वारा निर्धारित नयी पारदर्शी लेखा प्रक्रिया का हिस्सा है। मरीन लेफ्टिनेंट जनरल केनेथ मैकेन्ज़ी ने कहा, नई, सरलीकृत लेखा पद्धति के तहत इस समय अफगानिस्तान में कुल करीब 11,000 अमेरिकी सैनिक तैनात हैं। इसमें किसी ऐसे संभावित समायोजन को शामिल नहीं किया गया है जिसका रक्षा मंत्री दक्षिण एशिया के लिए राष्ट्रपति की नई रणनीति के अनुसार आदेश दे सकते हैं। (डोकलाम विवाद समाप्त करने के पीछे भूटान का था बड़ा योगदान, जानिए कैसे)
बहरहाल, पेंटागन के मुख्य प्रवक्ता डी डब्ल्यू व्हाइट ने जोर देकर कहा कि यह सैनिकों की संख्या में बढ़ोतरी की घोषणा नहीं है। उन्होंने कहा, हम संवेदनशील जानकारियों की रक्षा करते हुये अफगानिस्तान में अमेरिका की सैन्य प्रतिबद्धता के बारे में बातचीत करने के तरीकों में अधिक पारदर्शता रख रहे हैं।
सशस्त्र सेवा समिति के अध्यक्ष एवं कांग्रेस सदस्य मैक थोर्नबेरी ने कहा मुझे यह देखकर खुशी हो रही है कि अफगानिस्तान में एक नई रणनीति के निष्पादन से पहले ही राष्ट्रपति ट्रम्प और मैटिस ने तथ्यों पर विचार कर लिया है। उन्होंने कहा, ओबामा प्रशासन ने सीधे तौर पर कभी नहीं बताया कि उन्होंने अफगानिस्तान में कितने सैनिक भेजे हैं। इसी वजह से इस अभियान की लागत बढ़ गई और सफलता मुश्किल हो गई। व्हाइट ने कहा कि इराक में तैनात सैनिकों के बारे में भी इसी प्रकार की गणना की जा रही है।