यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने युद्ध के डेढ़ वर्ष से अधिक बीत जाने के बाद अपने सैनिकों की बहादुरी से की तारीफ की है। साथ ही रूस को कड़ा संदेश देने का प्रयास भी किया है। जेलेंस्की ने कहा कि अपने जब भी अपने उन सैनिकों से मिलता हूं, जो युद्ध की पंक्ति में सबसे आगे खड़े हैं और जो वापसी के लिए तैयार हैं या राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त कर रहे हैं, तो मैं पाता हूं कि वह सिर्फ यूक्रेन की रक्षा के लिए नहीं, बल्कि इसकी जीत के लिए दृढ़ संकल्पति हैं। इस युद्ध को जीतना है। हमें इसके लिए जो आवश्यक है वह सबकुछ करना चाहिए।
जेलेंस्की ने रूस को उसकी गलतफहमी दूर करने और अपने सैनिकों की बहादुरी को संदर्भित करने के अंदाज में कहा कि जब 24 फरवरी को कीव पर हमला हुआ तो हम पर किसने विश्वास किया और किसने भरोसा नहीं करने की गलती की, वह सब मुझे यादा है। जेलेंस्की ने कहा कि हमें आज यूक्रेन में वैसे ही आश्वस्त होना चाहिए, जैसे हम उस समय थे। रूस कीव को चाहता था, लेकिन उसे भागने के लिए मजबूर होना पड़ा। यह खार्कीव चाहता था और कहा कि यह एक रूसी शहर था, लेकिन हमारा खार्कीव हमेशा स्वतंत्र रहेगा।
जेलेंस्की ने कहा-रूसी कब्जे वाले क्षेत्रों के लोगों को नहीं छोड़ेंगे
जेलेंस्की ने कहा कि जिस तरह से रूस कीव और खार्कीव को हासिल नहीं कर पाया, ठीक वही बात खेरसॉन और ओडिसा के लिए भी लागू होती है। हम रूसी कब्जे वाले क्षेत्रों में अपने लोगों को कभी नहीं छोड़ेंगे। मैं चाहता हूं कि वे मेरी बातें सुनें। लाखों जिंदगियां दांव पर हैं। सभी साझेदार जानते हैं कि अग्रिम पंक्ति के लिए, आकाश के लिए, हमारे शहरों के लिए और हमारी आत्माओं के लिए क्या आवश्यक है। मैं दुनिया भर में मदद करने वाले और यूक्रेन के लिए लड़ने वाले व काम करने वाले सभी लोगों को धन्यवाद देता हूं।
यह भी पढ़ें
इजरायल-हमास युद्ध पर US का नया बयान, "फिलिस्तीनियों को है जीने का अधिकार"; इजरायल के लिए कही ये बात
भारत पर आया इटली का दिल, हिंदुस्तानियों को लिए खोल दिया दरबार; हुए ये बड़े समझौते