Russia Ukraine War News: यूरोप में रूस और यूक्रेन की जंग और तेज हो गई है। यूक्रेन अब लगातार पलटवार कर रहा है। पुतिन के देश रूस को यह रास नहीं आ रहा है। ताजा कड़ी में क्रीमिया को रूस से जोड़ने वाला 19 किलोमीटर लंबा पुल, जो रूस के लिए बहुत मायने रखता है, उसे ब्लास्ट से उड़ा दिया गया है। इस हमले से रूस बुरी तरह भड़क गया है। रूस ने इस घटना के लिए यूक्रेन को जिम्मेदार बताया है।
क्रीमिया को रूस के मुख्य भूभाग से जोड़ने वाले महत्वपूर्ण पुल के एक हिस्से के विस्फोट में क्षतिग्रस्त होने के बाद सोमवार को इस पर यातायात रोक दिया गया। विस्फोट में एक दंपति की मौत हो गई और उनकी बच्ची घायल हो गई। रूस और क्रीमिया प्रायद्वीप को जोड़ने वाले 19 किलोमीटर लंबे केर्च पुल पर रेल यातायात छह घंटे तक रोका गया लेकिन बाद में इसे बहाल कर दिया गया।
यूक्रेन ने समुद्री ड्रोन से किया अटैक, रूस ने लगाया आरोप
रूस के बेलगोरोव क्षेत्र के गवर्नर व्याचेस्लाव ग्लादकोव ने बताया कि हमले में क्षेत्र के एक दंपति की मौत हो गई और उनकी बेटी गंभीर रूप से घायल हो गई। उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। रूस की राष्ट्रीय आतंकवाद रोधी समिति ने आरोप लगाया कि यह हमला दो यूक्रेनी समुद्री ड्रोन द्वारा किया गया। यूक्रेन ने हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है। लेकिन, यूक्रेनी सुरक्षा सेवा के प्रवक्ता अर्टेम देगतिरेंको ने एक बयान में कहा कि उनकी एजेंसी यूक्रेन के युद्ध जीतने के बाद इस बात का खुलासा करेगी कि ‘धमाके’ किस तरह किए गए।
2014 में रूस ने क्रीमिया पर कर लिया था कब्जा
रूस ने 2014 में क्रीमिया पर कब्जा कर लिया था। यह पुल पिछले साल अक्टूबर में एक ट्रक में रखे बम में विस्फोट के कारण क्षतिग्रस्त हो गया था और इसकी मरम्मत में महीनों लग गए थे। क्रीमिया 24 ऑनलाइन समाचार चैनल द्वारा पोस्ट किए गए वीडियो में पुल का एक हिस्सा झुका हुआ और नीचे लटकता हुआ दिखाई दे रहा है, लेकिन ऐसा कोई संकेत नहीं है कि कोई हिस्सा पानी में गिर गया। रूसी उप प्रधानमंत्री मराट खुस्नुलिन ने संवाददाताओं से कहा कि अधिकारी यह निर्धारित करने से पहले क्षति का विस्तृत निरीक्षण कर रहे हैं कि मरम्मत में कितना समय लगेगा। केर्च पुल रूस की सेना के लिए साजो-सामान भेजने का अहम मार्ग है। इस पुल पर सड़क और रेल यातायात, दोनों का आवागमन होता है।
जानिए कितना अहम है 3.6 अरब डॉलर से बना यह पुल
करीब 3.6 अरब अमेरिकी डॉलर की लागत से निर्मित यह पुल यूरोप में सबसे लंबा है और इसने दक्षिणी यूक्रेन में रूस के सैन्य अभियानों को गति देने के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। फरवरी 2022 में यूक्रेन पर हमले के बाद से रूस ने क्रीमिया में अपनी मौजूदगी बढ़ाई है। प्रायद्वीप पर रूसी सेना और अन्य प्रतिष्ठानों को कई बार निशाना बनाया गया। रूस ने ऐसी गतिविधियों के लिए यूक्रेन को दोषी ठहराया है। रूसी अधिकारियों ने कहा कि हमले से पुल के खंभों पर कोई असर नहीं पड़ा लेकिन दो सड़क मार्ग में से एक का कुछ हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया। इस हमले से उतना नुकसान नहीं हुआ, जितना अक्टूबर में विस्फोट से हुआ था।