Highlights
- छह महीने से हो रहा रूस यूक्रेन युद्ध
- सैनिकों का मनोबल बढ़ा रहे जेलेंस्की
- रूसी राष्ट्रपति पुतिन को चुनौती दे रहे
Volodymyr Zelenskyy: इस तस्वीर में लाल रंग के घेरे के भीतर दिखाई दे रहे इस बच्चे ने अपना बचपन दक्षिण-पूर्वी यूक्रेन में बिताया है। यहूदी धर्म का ये बच्चा रूसी भाषा भी बोलना जानता है। जब पिता ने पढ़ाई के लिए इजरायल जाने की मनाही की, तो उसने अपने ही देश में कानून की पढ़ाई करने का फैसला लिया। उसने ग्रेजुएशन पूरी होने के बाद वकालत या कॉर्पोरेट में करियर बनाने के बजाए कॉमेडियन बनने का चुनाव किया। क्या आप पहचान पाए कि आखिर ये किसके बचपन की तस्वीर है? अगर पहचान लिया तो बढ़िया और अगर नहीं तो हम आपको बता दे देते हैं। तस्वीर में दिखाई दे रहा ये बच्चा आज यूक्रेन का राष्ट्रपति है, जिसका नाम व्लोदिमीर जेलेंस्की है।
जेलेंस्की इस वक्त दुनिया की सबसे ताकतवर सेना के साथ बीते छह महीनों से युद्ध लड़ रहे हैं। वह पश्चिमी देशों को डराने वाले रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को सीधी चुनौती दे रहे हैं। जब रूस ने इस साल फरवरी में यूक्रेन पर हमला किया, तो जेलेंस्की की कहानी पूरी दुनिया के सामने आई। युद्ध शुरू होने के कुछ दिनों बाद अमेरिका ने उन्हें देश से सुरक्षित बाहर निकालने का प्रस्ताव दिया, जिसे उन्होंने ठुकरा दिया और इसी के बाद रातोंरात हीरो बन गए। उन्होंने अपनी सेना का मनोबल बढ़ाया, दुनिया के सामने मदद के लिए गुहार लगाई और अपने सख्त शब्दों से रूस को लगातार उसके किए के लिए जवाब दिए।
हत्या करने के लिए भेजे गए ग्रुप
व्लोदिमीर जेलेंस्की ने एक इंटरव्यू में कहा कि वह युद्ध के बाद से ही अपने बच्चों से दूर रह रहे हैं। उन्होंने कहा कि वह अपने परिवार को याद कर रहे हैं और इसकी आदत डालना उनके लिए असंभव है। युद्ध शुरू होने के कुछ दिनों बाद ऐसी खबर आई कि जेलेंस्की की तीन बार हत्या करने की कोशिश की गई है। टाइम्स ने अपनी एक रिपोर्ट में बताया कि अलर्ट मिलने के बाद यूक्रेनी अधिकारियों ने इन हमलों को विफल कर दिया। रिपोर्ट्स में दावा किया गया कि हत्या करने वाले दो ग्रुप, द वैगनर ग्रुप और द चेचन रेबल्स को जेलेंस्की की हत्या करने के लिए भेजा गया था।
अपनी तस्वीर लगाने से किया था इनकार
जेलेंस्की से जुड़ी बहुत सी बातें सोशल मीडिया पर अकसर शेयर की जाती हैं। एक किस्सा ये भी है कि जब यूक्रेन का जिम्मा संभालने के लिए 2019 में जेलेंस्की शपथ ले रहे थे, तो उन्होंने अपने संबोधन में सांसदों ने कहा था कि वह उनकी तस्वीर अपने दफ्तर में न लगाएं। उन्होंने ये भी कहा था कि एक राष्ट्रपति न तो मसीहा होता है, न ही रोल मॉडल और न ही तस्वीर। इसके बजाय अपने दफ्तर में अपने बच्चों की तस्वीर लगाएं और कोई भी फैसला लेने से पहले उनकी तरफ देखें।
रूस के साथ नहीं थम रही यूक्रेन की जंग
रूस ने यूक्रेन के साथ लड़ाई के शुरुआती चार महीनों में अपना ध्यान इस देश के पूर्वी हिस्से में स्थित डोनबास क्षेत्र पर लगाए रखा। जहां रूस समर्थित अलगाववादी बीते आठ साल से कुछ हिस्सों पर नियंत्रण करते हैं और इन्हें स्वघोषित देश बताते हैं। ब्रिटेन के रक्षा मंत्रालय ने एक विश्लेषण में कहा है कि 24 फरवरी को शुरू हुआ रूस का आक्रमण 'नए चरण में प्रवेश करने वाला' है, जिसमें लड़ाई पश्चिम की तरफ करीब 350 किलोमीटर की फ्रंटलाइन और दक्षिण में जापोरिजिया शहर में रूसी कब्जे वाले क्षेत्र तक पहुंचेगी। ये क्षेत्र खेरसोन तक फैला हुआ है।