Highlights
- यूक्रेन की सीमा पर रूस के एक लाख सैनिकों के जमावड़ा
- नाटो देशों की सुरक्षा के लिए अमेरिका यूरोप में सैनिकों की कर रहा तैनाती
- अमेरिकी ने बाल्टिक देशों के एअर पुलिसिंग मिशन के तहत ये फाइटर एअरक्राफ्ट भेजे
यूक्रेन की सीमा पर रूस के एक लाख सैनिकों के जमावड़े के बाद से ही रूस और अमेरिका के बीच तनाव और बढ़ गया है। इस कारण नाटो देशों की सुरक्षा के लिए अमेरिका यूरोप में सैनिकों की तैनाती कर रहा है। इसी बीच नाटो संगठन के अनुसार नाटो देशों की सुरक्षा बढ़ाने के लिए अमेरिका ने अपने 6 फाइटर एअरक्राफ्ट भेजे हैं। नाटो ने अपने एक प्रेस स्टेटमेंट में शुक्रवार को कहा कि अमेरिका ने बाल्टिक देशों के एअर पुलिसिंग मिशन के तहत ये फाइटरजेट भेजे हैं। अमेरिका और बेल्जियन एअरफोर्स ने मिलकर एस्टोनिया, लातविया और लिथुआनिया जैसे बाल्टि देशों की सुरक्षा के लिए अपनी सुरक्षा गतिविधियां इस इलाके में बढ़ा दी हैं।
नाटो देशों की सुरक्षा और संप्रभुता को बचाना मकसद:अमेरिका
यूएस एअरफोर्स के एक अधिकारी टेलर ग्रिफर्ड ने कहा कि एअरक्राफ्ट की तैनाती का उद्देश्य नाटो देशों की सुरक्षा और संप्रभुता की रक्षा करना है। क्योंकि रूस ने एक लाख से ज्यादा सैनिक यूक्रेन सीमा पर तैनात कर रखे हैं, इससे पूर्वी यूरोप के नाटो देशों पर सुरक्षा को लेकर खतरा मंडरा रहा है। यही कारण है कि अमेरिका भी यूरोप में अपनी सैन्य गतिविधियां बढ़ा रहा है। फाइटर एअरक्राफ्ट भेजने के साथ ही यूक्रेन पर रूस के सैन्य आक्रमण की आशंका के बीच नाटो के पूर्वी हिस्से पर अपने सहयोगियों के प्रति अमेरिकी कटिद्धता प्रदर्शित करते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति जो.बाइडन इस हफ्ते करीब 2 हजार सैनिक पोलैंड और जर्मनी भेज रहे हैं। जर्मनी से भी 1000 सैनिक रोमानिया पहुंचा रहे हैं।