Zelensky meets US NSA in Kyiv:रूस और यूक्रेन के बीच आठ माह से भीषण युद्ध जारी है। अभी तक इस युद्ध का कोई अंत होता नहीं दिखाई दे रहा है। रूस और यूक्रेन में लगातार शाह और मात का खेल चल रहा है। कभी रूस यूक्रेन पर भारी पड़ रहा है तो कभी यूक्रेन रूस पर...कभी रूस यूक्रेन के इलाकों पर कब्जा कर रहा है तो कभी यूक्रेन अपने क्षेत्रों से रूसी सैनिकों को बाहर खदेड़ रहा है। युद्ध लंबा खिंचने से दोनों ही देशों की अर्थव्यवस्था तहस-नहस हो चुकी है। यूक्रेन की बुनियादी इमारतें बंजर में बदल चुकी हैं। बावजूद यूक्रेन झुकने को तैयार नहीं है। इसी बीच अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार यूक्रेन की राजधानी कीव पहुंच गए हैं। इससे रूस के खेमे में खलबली है।
यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की ने देश की राजधानी कीव में अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) जेक सुलिवन से मुलाकात भी की है। समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने राष्ट्रपति कार्यालय द्वारा जारी एक बयान का हवाला देते कहा कि शुक्रवार को अपनी बैठक के दौरान, जेलेंस्की और सुलिवन ने रक्षा क्षेत्र में यूक्रेन के लिए अमेरिकी सहायता और महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे की रक्षा के लिए कीव की क्षमता को बढ़ाने के तरीकों पर बात की है। बयान में कहा गया है कि उन्होंने यूक्रेन के लिए वित्तीय और मानवीय सहायता और युद्ध के मद्देनजर रूस के खिलाफ प्रतिबंधों को मजबूत करने पर भी चर्चा की।
जेलेंस्की ने जताई कृतज्ञता
राष्ट्रपति जेलेंस्की ने अंतरराज्यीय सहयोग को मजबूत करने, राज्य की संप्रभुता और यूक्रेन की क्षेत्रीय अखंडता का समर्थन करने के लिए पूरे यूक्रेनी लोगों की ओर से अमेरिकी एनएसए का सम्मान किया। जेलेंस्की ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में कहा, इस मुश्किल घड़ी में हमारे देश का समर्थन करने के लिए सलाहकार का आभारी हूं। इससे पहले, सुलिवन ने यूक्रेनी राष्ट्रपति कार्यालय के प्रमुख एंड्री यरमक से मुलाकात की, और यूक्रेनी सशस्त्र बलों के कमांडर-इन-चीफ वालेरी जालुजनी के साथ वीडियो कॉल पर बातचीत की।
अमेरिका यूक्रेन को दे रहा 40 लाख करोड़ डॉलर
अमेरिका ने इस बीच यूक्रेन को करीब 40 लाख करोड़ डॉलर की सैन्य मदद देने का ऐलान किया है। युद्ध के आरंभ काल से लगातार अमेरिका यूक्रेन की मदद कर रहा है। यूरोपीय देश भी यूक्रेन में हथियार से लेकर जरूरत के अन्य सामान लगातार मुहैया करा रहे हैं। यही वजह है कि आठ माह बीत जाने के बाद भी जेलेंस्की ने हार नहीं मानी है और युद्ध लंबा खिंचता चला जा रहा है।