Highlights
- अमेरिका ने रूस पर लगाया बेहद गंभीर आरोप
- देशों की घरेलू राजनीति प्रभावित कर रहा रूस
- अमेरिका बोला, रूस ने 30 करोड़ डॉलर खर्च किए
US Russia: अमेरिका के विदेश मंत्रालय ने खुफिया जानकारी सार्वजनिक करते हुए कहा है कि रूस ने 2014 से अब तक, दो दर्जन से अधिक देशों में नेताओं तथा अन्य अधिकारियों को प्रभावित करने के लिए गोपनीय तरीके से 30 करोड़ डॉलर से ज्यादा खर्च किये हैं। मंगलवार को जारी की गई इस सूचना में दुनियाभर में रूस के प्रति हमदर्दी दिखाने वाली नीतियों और पार्टियों के समर्थन में मास्को द्वारा चलाए जा रहे गोपनीय अभियान की समीक्षा की गई है। इसमें रूस द्वारा लक्षित किसी विशेष देश का नाम नहीं लिया गया है लेकिन यह बताया गया है कि अमेरिका चुनिंदा देशों को खुफिया सूचना मुहैया करवा रहा है।
बाइडेन प्रशासन की ओर से मास्को के सैन्य और राजनीतिक लक्ष्यों का खुलासा करने का यह ताजा प्रयास है। इससे पहले यूक्रेन पर रूस के हमले की सटीक भविष्यवाणी की गई थी। राष्ट्रपति जो बाइडेन के शीर्ष राष्ट्रीय सुरक्षा अधिकारियों में से कई के पास मास्को के विरुद्ध काम करने का अनुभव है। एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने यह नहीं बताया कि रूस ने यूक्रेन में कितना पैसा व्यय किया है जहां के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की लंबे समय से पुतिन पर घरेलू राजनीति में हस्तक्षेप का आरोप लगा रहे हैं। अधिकारी ने कहा कि हाल में अल्बानिया, बोस्निया और मोंटेनेग्रो, सभी पूर्वी यूरोपीय देशों ने मास्को की ओर से घरेलू राजनीति प्रभावित किए जाने का आरोप लगाया है।
यूक्रेन को युद्ध में मिल रही बढ़त- अमेरिका
इससे पहले अमेरिका ने कहा था कि व्हाइट हाउस ने कहा है कि यूक्रेनी बलों को रूस के खिलाफ बढ़त मिलने की सुगबुगाहट है, लेकिन यूक्रेन में जारी युद्ध “अप्रत्याशित” बना हुआ है। व्हाइट हाउस में राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद में सामरिक संचार समन्वयक जॉन किर्बी ने मंगलवार को कहा, “हम करीब से देख रहे हैं। हमने दक्षिण में जो देखा है, उसकी तुलना में उत्तर की घटनाएं अधिक नाटकीय हैं। मैं राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की को यह निर्धारित करने और यह तय के लिए कहना चाहूंगा कि क्या उन्हें लगता है कि सैन्य रूप से वे एक महत्वपूर्ण मोड़ पर पहुंच गए हैं। लेकिन स्पष्ट रूप से, कम से कम डोनबास में यूक्रेनी सशस्त्र बलों को बढ़त मिलने की सुगबुगाहट है।”
वापस जा रहे, पीछे हट रहे रूसी सैनिक
किर्बी ने कहा कि उत्तर में उन्होंने रूसियों को खासकर खारकीव और उसके आसपास के क्षेत्र में उनकी रक्षात्मक चौकियों को खाली करते, पीछे हटते और वापस जाते देखा है। उन्होंने कहा, “उन्होंने लड़ाई के मोर्चे छोड़ दिए हैं। उन्होंने आपूर्ति बंद कर दी है।” किर्बी ने कहा, “वे इसे एक पुनर्स्थापन कह रहे हैं, लेकिन यह निश्चित है कि वे यूक्रेन के आक्रामक सशस्त्र बलों के सामने आने के बाद खुद पीछे हट गए हैं। ये कुछ नाटकीय घटनाएं हैं जिन्हें हम देख रहे हैं, लेकिन यह युद्ध है, और युद्ध अप्रत्याशित होता है। और मुझे लगता है कि हम इसे यथासंभव करीब से देखने जा रहे हैं, लेकिन वास्तव में यूक्रेनी सशस्त्र बलों को बताना चाहिए कि उन्होंने क्या प्रगति हासिल की है।”