रूस-यूक्रेन युद्ध को 16 महीने हो चुके हैं। दोनों ही देशों ने युद्ध में भारी नुकसान उठाया है। बावजूद कोई भी देश युद्ध से अपने कदम पीछे हटाने को तैयार नहीं है। लिहाजा रोजाना युद्ध के मैदान में बम और मिसाइलों की बारिश हो रही है। यूक्रेन पर हमला करने के लिए रूस ने ड्रोन बमों और मिसाइलों का बखूबी इस्तेमाल किया है। इससे यूक्रेन की राजधानी कीव थर्रा उठी है। मगर रूस को मंगलवार को उस वक्त करारा झटका लगा, जब बहादुर यूक्रेनी सैनिकों ने हमले में रूस के 35 में से 32 ड्रोन को मार गिराया।
यूक्रेन के हवाई सुरक्षा बल ने दावा किया है कि मंगलवार तड़के रूस द्वारा छोड़़े गए 35 शाहिद विस्फोटक ड्रोन में से उसने 32 को मार गिराया, जिनमें से अधिकांश कीव क्षेत्र में थे। यूक्रेनी अधिकारियों ने कहा कि रूसी सेना ने लगभग तीन घंटे तक लगातार ड्रोन हमले करती रही है। इनमें ज्यादातर ड्रोन हमले यूक्रेन की राजधानी कीव के आसपास के क्षेत्र को निशाना बनाकर किया गया, लेकिन क्षेत्र में यूक्रेन की वायु सेना ने उनमें से लगभग दो दर्जन ड्रोनों को को मार गिराया। यह हमला यूक्रेनी क्षेत्रों की व्यापक बमबारी का हिस्सा था जो पोलैंड के पास देश के पश्चिम में लवीव क्षेत्र तक फैला हुआ था।
ड्रोन बम के साथ रूस ने चलाई बैलिस्टिक मिसाइल
यूक्रेन की वायु सेना के प्रवक्ता यूरी इहनत ने कहा कि इतने बड़े क्षेत्र को कवर करने में वायु रक्षा परिसंपत्तियों की असमर्थता के कारण शहीद ड्रोन लवीव तक पहुंच गए। उन्होंने कहा कि वायु रक्षा प्रणालियां ज्यादातर प्रमुख शहरों, परमाणु ऊर्जा संयंत्रों सहित प्रमुख बुनियादी केंद्रों और अग्रिम पंक्ति की सुरक्षा के लिए हैं। लवीव के गवर्नर मैक्सिम कोज़ित्स्की के अनुसार क्षेत्र में रूस ने एक महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे को निशाना बनाया जिससे वहां आग लग गई। रूस ने बैलिस्टिक मिसाइल से यूक्रेन के दक्षिणी ज़ापोरिज़्ज़िया क्षेत्र पर भी हमला किया।
यूक्रेन की हवाई सुरक्षा को उसके पश्चिमी सहयोगियों के परिष्कृत हथियारों से मजबूत किया गया है, जिससे हाल में होने वाले ड्रोन और मिसाइल हमलों के खिलाफ उच्च सफलता दर मिली है। इससे पहले, रूस द्वारा सर्दियों की बमबारी में यूक्रेन की बिजली आपूर्ति को नुकसान पहुंचा था, हालांकि तेजी से मरम्मत ने क्रेमलिन के प्रयास को कुंद कर दिया।