Highlights
- रूस-यूक्रेन के बीच चल रहा महायुद्ध आने वाले दिनों में विश्व युद्ध में भी तब्दील हो सकता है
- अमेरिका ने जापान के 2 शहरों पर परमाणु बम गिराए थे
Russia Ukraine News: यूक्रेन के खिलाफ जंग में रूस लगातार आक्रामक होता जा रहा है। बेलारूस में रूस और यूक्रेन के बीच प्रतिनिधिमंडल की करीब 3 घंटे चली वार्ता में युद्ध रोकने को लेकर कोई ठोस निर्णय नहीं हो सका। उधर रूसी रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगु ने राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को जानकारी दी है कि रूस के जमीनी, वायु और पनडुब्बी आधारित न्यूक्लियर डेटरेंस फोर्स स्टेंडबॉय अलर्ट पर हैं। रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध में परमाणु बम के इस्तेमाल को लेकर चर्चा तेज हो गई है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, रूस और यूक्रेन के बीच चल रहा महायुद्ध आने वाले दिनों में विश्व युद्ध में भी तब्दील हो सकता है। हालांकि, यूक्रेन के राष्ट्रपति के एक सलाहकार ने आज बेलारूसी सीमा पर युद्धविराम वार्ता के दौरान यूक्रेनी क्षेत्र से सभी रूसी सेनाओं को वापस बुलाने का आह्वान किया। आप भी जानिए दुनिया में किस देश के पास कितने परमाणु हथियार हैं।
रूस में न्यूक्लियर दस्ते ने युद्धाभ्यास शुरू किया
रूस के न्यूक्लियर दस्ते ने युद्धाभ्यास शुरू कर दिया है। ये जानकारी रूस की मीडिया के हवाले से सामने आई है। रूसी मीडिया के मुताबिक, न्यूक्लियर ट्रायड ने तैयारी शुरू कर दी है। रूस के रक्षा मंत्री ने राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को इसकी जानकारी भी दे दी है। बता दें कि Nuclear Deterrent Force परमाणु हमलों से बचाने वाली टुकड़ी है। शीत युद्ध के दौरान Nuclear Deterrence Theory सामने आई थी। शीत युद्ध के समय सोवियत संघ और अमेरिका के बीच जब तनाव था तब अमेरिका ने Nuclear Deterrence Strategy को अपनाया था। इसका मतलब ये है कि अगर सोवियत संघ या कोई और देश अमेरिका पर परमाणु हमला करता है तो उसी सख्ती से उसका जवाब दिया जाएगा। अमेरिका की इस रणनीति को अब रूसी राष्ट्रपति पुतिन अपना रहे हैं।
जानिए परमाणु बम क्या होता है?
सबसे पहले आप समझिए परमाणु हथियार क्या होते हैं? दरअसलस, ये बेहद शक्तिशाली विस्फोटक या बम हैं। इन बमों को ताकत या तो परमाणु के नाभिकीय या न्यूक्लियर कणों को तोड़ने या फिर उन्हें जोड़ने से मिलती है जिसे विज्ञान की भाषा में संलयन (fusion) या विखंडन (fission) कहा जाता है। परमाणु हथियारों के इस्तेमाल से बड़ी मात्रा में रेडिएशन या विकिरण निलकता है और इसलिए इनका असर धमाके बाद बहुत लंबे समय तक रहता है। दुनिया में अब तक 2 बार परमाणु बमों का इस्तेमाल हुआ है जिससे भयंकर नुक़सान हुआ है। अमेरिका ने जापान के 2 शहरों पर परमाणु बम गिराए हैं। 6 अगस्त को अमेरिका ने जापान के हिरोशिमा शहर पर और 9 अगस्त को नागासाकी पर परमाणु बम गिराए थे। ऐसा माना जाता है कि हिरोशिमा में 80,000 और नागासाकी में 70,000 से ज़्यादा लोगों की मौत हो गई थी.
किन देशों के पास है परमाणु हथियार?
दुनिया में अभी 9 देशों के पास परमाणु हथियार हैं। ये देश हैं- अमेरिका, ब्रिटेन, रूस, फ़्रांस, चीन, भारत, पाकिस्तान, इसराइल और उत्तर कोरिया हैं। वैसे परमाणु हथियारों के बारे में कोई भी देश खुलकर नहीं बनाता मगर ऐसा समझा जाता है कि परमाणु शक्ति संपन्न देशों की सेना के पास 9,000 से ज़्यादा परमाणु हथियार हैं। स्वीडन स्थित 'स्टॉकहोम इंटरनैशनल पीस रिसर्च इंस्टिट्यूट' (सिप्री) संस्था थिंक टैक ने पिछले वर्ष अपनी एक रिपोर्ट में बताया था कि इन 9 देशों के पास लगभग 13,400 परमाणु हथियार थे जिनमें से 3,720 उनकी सेनाओं के पास तैनात थे। सिप्री के अनुसार, इनमें से लगभग 1800 हथियार हाई अलर्ट पर रहते हैं यानी उन्हें कम समय के भीतर दाग़ा जा सकता है।
अमेरिका से ज्यादा अमेरिका से ज्यादा रूस के पास हैं परमाणु हथियार
इन हथियारों में अधिकांश अमेरिका और रूस के पास हैं। सिप्री की रिपोर्ट के अनुसार- अमेरिका के पास 2020 तक अमेरिका के पास 5,800 और रूस के पास 6,375 परमाणु हथियार थे। सिप्री की रिपोर्ट के अनुसार परमाणु हथियारों के मामले में भारत के पड़ोसी देश चीन और पाकिस्तान उससे कहीं आगे हैं। रिपोर्ट के अनुसार 2021 तक भारत के पास जहा 150 परमाणु हथियार थे, वहीं पाकिस्तान के पास 160 और चीन के पास 320 परमाणु हथियार थे। (इनपुट- BBC)