कीव: रूस और यूक्रेन के बीच जंग जारी है। रूस की तरफ से यूक्रेन पर हाल के दिनों में हमले तेज कर दिए गए हैं। इस बीच यूक्रेन की तरफ से भी बड़ा पलटवार किया गया है। यूक्रेन की तरफ से कहा गया है कि उसके सैन्य बलों ने अग्रिम चौकियों से लगभग 600 किलोमीटर दूर वायुसेना अड्डे के निकट खड़े रूसी अत्याधुनिक लड़ाकू विमान पर हमला किया है। यूक्रेन ने इस तरह के हमले की बात तब कही है जब हाल ही में उसके सहयोगी पश्चिमी देशों ने उसे रूस के अंदर सीमित हमलों के लिए अपने हथियारों के इस्तेमाल की अनुमति दी थी।
यूक्रेन का घातक हमला
यूक्रेन की मुख्य सैन्य खुफिया सेवा ने उपग्रह से प्राप्त तस्वीरें साझा की हैं और कहा कि इनमें हमले के बाद की स्थिति दिखाई दे रही है। यदि यूक्रेन की तरफ से किए गए इस हमले की पुष्टि हो जाती है, तो यह यूक्रेन की तरफ से सुखोई-57 लड़ाकू विमान पर किया गया पहला सफल हमला होगा। सुखोई दोहरे इंजन वाला स्टील्थ लड़ाकू विमान है, जिसे रूस का सबसे उन्नत सैन्य विमान माना जाता है। यह यूक्रेन की तरफ से रूस पर अब तक का सबसे घातक हमला है।
ड्रोन का हुआ इस्तेमाल
यूक्रेनी रक्षा मंत्रालय के मुख्य खुफिया निदेशालय के अनुसार, शनिवार को दक्षिणी रूस के अख़्तुबिंस्क अड्डे पर हमला हुआ, जो अग्रिम चौकी से लगभग 589 किलोमीटर दूर है। हालांकि, यह तत्काल स्पष्ट नहीं हो पाया कि इसके लिए किस हथियार का इस्तेमाल किया गया। लेकिन, यूक्रेन से वायुसेना अड्डे की दूरी को देखते हुए संभव है कि इस हमले के लिए ड्रोन का इस्तेमाल किया गया हो।
अमेरिका कर रहा मदद
यहां यह भी बता दें कि, अमेरिका एक बार फिर यूक्रेन की मदद के लिए आगे आया है। अमेरिका यूक्रेन को करीब 22.5 करोड़ अमेरिकी डॉलर की सैन्य सहायता भेजेगा। अमेरिकी अधिकारियों की तरफ से दी गई जानकारी के मुताबिक इस नए पैकेज में गोला-बारूद भी शामिल है। इन हथियारों का इस्तेमाल कीव की सेना रूस के अंदर मौजूद खतरों से निपटने के लिए कर सकती है, ताकि खारकीव शहर को भारी रूसी हमले से बचाया जा सके। अधिकारियों ने बताया कि सहायता में 'हाई मोबिलिटी आर्टिलरी रॉकेट सिस्टम (एचआइएमएआरएस)' के लिए गोला-बारूद के साथ ही मोर्टार सिस्टम और तोप के गोलों की एक श्रृंखला शामिल है।
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