मदद न मिलने से असहाय हुआ यूक्रेन, रूस ने कर दिया कीव पर बड़ा मिसाइल हमला; 50 से अधिक लोग घायल
मदद न मिलने से असहाय हुआ यूक्रेन, रूस ने कर दिया कीव पर बड़ा मिसाइल हमला; 50 से अधिक लोग घायल
यूरोपीय और नाटो देशों से मदद नहीं मिलने से यूक्रेन बेसहारा हो गया है। इस बीच रूस ने यूक्रेन पर हमलों को तेज कर दिया है। बुधवार की रात रूस ने यूक्रेन की राजधानी कीव पर कई बैलिस्टिक मिसाइलें दागी। इसमें 50 से अधिक लोग घायल हुए हैं। दर्जनों इमारतें धराशाई हो गई हैं।
रूस से जंग लड़ते-लड़ते 22 महीनों मेंं यूक्रेन थक चुका है। अब उसे यूरोपीय देशों से मदद मिलना भी बंद हो गई है। लिहाजा यूक्रेन के राष्ट्रपति फिर मदद मांगने के लिए अमेरिका पहुंचे हुए हैं। इसी बीच जेलेंस्की को संदेश देने के लिए रूस ने यूक्रेन की राजधानी कीव पर बैलिस्टिक मिसाइलों से जबरदस्त हमला किया है। कीव पर बुधवार रात हुए रूस के इन बैलिस्टिक मिसाइलों के हमले में 50 से अधिक लोग घायल हुए हैं। इनमें 8 बच्चे भी शामिल हैं। हमले में कई दर्जन इमारतें भी तबाह हुई हैं। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
इसी बीच, अमेरिका से किसी नयी सहायता का वादा नहीं मिलने के बाद यूक्रेन के राष्ट्रपति अपने देश के वास्ते और अंतरराष्ट्रीय सैन्य मदद जुटाने के लिए स्कैंडिनेविया पहुंचे। कीव में रात तीन बजे एक के बाद एक कई धमाके सुनाई दिये और इस सप्ताह दूसरी बार शहर की वायु रक्षा प्रणाली को सक्रिय किया गया। यूक्रेन की वायुसेना ने कहा कि रूस ने राजधानी पर 10 बैलिस्टिक मिसाइलें दागीं और रक्षा प्रणाली ने सारी मिसाइलें ध्वस्त कर दीं। राजधानी कीव पर यह हमला पिछले 21 महीने से चल रही लड़ाई में यूक्रेन पर क्रेमलिन के मिसाइल भंडार से लगातार खतरा जारी रहने को दर्शाता है।
सच हो रही ब्रिटेन की चेतावनी
ब्रिटेन के रक्षा मंत्रालय ने हाल में अपने आकलन में कहा था कि हाल के महीनों में रूस हवा में दागी जा सकने वाली क्रूज मिसाइलों का भंडारण कर रहा है जिन्हें वह अपने बम वर्षक विमानों से दागेगा। इससे यूक्रेन के विद्युत ग्रिड पर इस सर्दी में भी भारी बमबारी की आशंका है। पिछले साल रूस ने इसी सीजन में ऊर्जा बुनियादी ढांचों को निशाना बनाया था और यूक्रेनवासियों को उष्मा, प्रकाश और पानी से वंचित करके उनकी हिम्मत तोड़ने की कोशिश की थी। यूक्रेन में वायु रक्षा हथियारों की घटती आपूर्ति के बीच राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की अमेरिकी सांसदों को यूक्रेन के लिए 61.4 अरब डॉलर की सहायता संबंधी अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के अनुरोध पर राजी करने के लिए मंगलवार को वाशिंगटन गये थे लेकिन उन्हें कोई सफलता हाथ नहीं लगी थी।
जेलेंस्की बुधवार को ओस्लो में नॉर्डिक नेताओं से मिले जो रूस से आसन्न खतरे को महसूस करते हैं। ये नेता कीव के कट्टर समर्थक हैं। डेनमार्क, आइसलैंड, नार्वे, फिनलैंड और स्वीडेन के वरिष्ठ नेताओं ने एक बयान में कहा, ‘‘ रूस विभाजन का फायदा उठाना चाहता है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘ हमें रूस के अवैध एवं अनैतिक युद्ध के खिलाफ एकजुट रहना चाहिए।’’ बयान के अनुसार उन्होंने यूक्रेन को समग्र सहायता पहुंचाने का वादा किया। (एपी)
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