Russia-Ukraine War & Crimea: राष्ट्रपति व्लादिमिर जेलेंस्की ने दिसंबर के अंत तक यूक्रेनी सेना के क्रीमिया तक पहुंच जाने का दावा करके सनसनी फैला दी है। यूक्रेन के इस दावे से पुतिन परेशान हो उठे हैं। करीब नौ महीने से चल रहे युद्ध में बड़ी ताकत होने के बावजूद रूस को कई बार यूक्रेन के सामने मुंह की खानी पड़ी है। अब जेलेंस्की ने एक और नई टेंशन पैदा कर दी है।
हालांकि अभी यूक्रेन अपने कई शहरों में बिजली की समस्या से जूझ रहा है, क्योंकि रूस ने यूक्रेन के ज्यादातर बुनियादी ऊर्जा संयंत्रों को नष्ट कर दिया है। मगर यूक्रेन धीरे-धीरे आपूर्ति बहाल करने का दावा कर रहा है। ज़ेलेंस्की ने शनिवार को कहा कि कीव और उसके आसपास के साथ-साथ छह अन्य क्षेत्रों में आपूर्ति की समस्या सबसे खराब थी। उन्होंने एक वीडियो संबोधन में कहा, "हम स्थिति को स्थिर करने के लिए पूरे देश में काम कर रहे हैं। उनका कहना है कि इसके बाद यूक्रेनी सेना दूसरे क्षेत्रों में आगे बढ़ेगी। यूक्रेन के उप रक्षा मंत्री व्लादिमिर हैवरिलोव के अनुसार यूक्रेनी सेना दिसंबर के अंत तक क्रीमिया में हो सकती है।
यूक्रेन से रूसी सेना वापस होने के बाद ही वार्ता
इस बीच यूक्रेन ने कहा है कि वह शांति वार्ता के लिए तभी तैयार होगा, जब रूस अपनी सेना को पूरी तरह वापस बुला ले। वहीं ब्रिटेन के रक्षा मंत्रालय ने यूक्रेन युद्ध पर अपना नवीनतम खुफिया अपडेट जारी किया है। रूस ने बुधवार को इतिहास में एक दिन में सबसे बड़ा कर्ज जारी किया। मास्को की ओर से बयान जारी कर कहा गया है कि शांति वार्ता के बारे में आधिकारिक तौर पर कीव से संपर्क नहीं किया था। हालांकि यूक्रेनी राष्ट्रपति के चीफ ऑफ स्टाफ एंड्री यरमक ने कहा कि वार्ता के लिए रूस को अपनी सेना को पूरी तरह से वापस लेना होगा। हाल ही में मुक्त किए गए खेरसॉन शहर के लिए पहली यात्री ट्रेन कीव से पहली बार पहुंची, क्योंकि रूसी सैनिकों ने दक्षिणी यूक्रेनी शहर पर कब्जा कर लिया था।
जेलेंस्की ने कहा घुटने नहीं टेकेगा यूक्रेन
यूक्रेन युद्ध में रोजाना दर्जनों लोग मारे जा रहे हैं। शनिवार को भी एक ऐसे ही व्यक्ति पोलिश का अंतिम संस्कार किया गया। जो प्रेज़वोडो के पोलिश गांव में एक अनाज भंडारण सुविधा में एक मिसाइल के दुर्घटनाग्रस्त होने से मारे गए दो पीड़ितों में से एक थे। इस बीच अमेरिकी रक्षा सचिव लॉयड ऑस्टिनम ने कहा कि चीन और रूस एक ऐसी दुनिया की तलाश कर रहे हैं जहां विवादों को हल करने के लिए बल का उपयोग किया जाए और उन्होंने संकल्प लिया कि संयुक्त राज्य अमेरिका मानवतावादी सिद्धांतों और अंतरराष्ट्रीय कानून की रक्षा करना जारी रखेगा। वहीं यूक्रेन के राष्ट्रपति के राजनीतिक सलाहकार माईखाइलो पोडोलीक ने अपने देश के आत्मसमर्पण करने के बारे में "षड्यंत्र के सिद्धांतों" को खारिज कर दिया है। जेलेंस्की का स्पष्ट कहना है कि "यूक्रेन रूसियों के सामने घुटने नहीं टेकेगा।"एशिया-प्रशांत के नेताओं ने शनिवार को यूक्रेन पर आक्रमण को लेकर रूस पर अंतरराष्ट्रीय दबाव के लिए अपनी आवाज उठाई। एक शिखर सम्मेलन बयान जारी करते हुए कहा कि उनमें से "अधिकांश" ने युद्ध की निंदा की।