मॉस्कोः यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लादिमिर जेलेंस्की बुधवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से टेलीफोन पर हुई बातचीत के बाद गदगद हो गए। जेलेंस्की ने अपने देश की संप्रभुता के समर्थन के लिए भारत के प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि भारत को स्विट्जरलैंड में पहले शांति शिखर सम्मेलन में भाग लेते देखना यूक्रेन के लिए महत्वपूर्ण होगा। जेलेंस्की ने भारत की तरफ से यूक्रेन के लोगों को निरंतर मानवीय सहायता प्रदान किए जाने की सराहना की। दोनों नेताओं ने विभिन्न क्षेत्रों में द्विपक्षीय साझेदारी को और मजबूत करने के तरीकों पर चर्चा की।
जेलेंस्की ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, “मैंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से बातचीत के दौरान यूक्रेन की संप्रभुता व क्षेत्रीय अखंडता, मानवीय सहायता और शांति फॉर्मूला बैठकों में सक्रिय भागीदारी के लिए भारत का आभार व्यक्त किया।” उन्होंने कहा कि स्विटजरलैंड में पहले शांति शिखर सम्मेलन में भारत को भाग लेते देखना यूक्रेन के लिए महत्वपूर्ण होगा। उन्होंने कहा, "हमने अपने द्विपक्षीय संबंधों के विकास पर चर्चा की, जिसमें नयी दिल्ली में निकट भविष्य में दोनों पक्षों की एक बैठक और अंतर सरकारी सहयोग आयोग के सत्र का आयोजन शामिल है।
भारत के साथ संबंधों को मजबूत करना चाहता है यूक्रेन
” जेलेंस्की ने कहा कि यूक्रेन भारत के साथ विशेष रूप से कृषि निर्यात, विमानन, फार्मास्युटिकल व औद्योगिक उत्पाद व्यापार में संबंधों को मजबूत करना चाहता है।” उन्होंने कहा, "यूक्रेन भी भारतीय छात्रों का यूक्रेनी शैक्षणिक संस्थानों में वापस स्वागत करना चाहता है।" भारत कहता रहा है कि रूस-यूक्रेन संघर्ष को बातचीत व कूटनीति के जरिए हल किया जाना चाहिए। मोदी ने बुधवार को रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से भी बात की और उन्हें दोबारा चुनाव जीतने पर बधाई दी। (भाषा)
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