Highlights
- पुतिन पर भड़कीं ब्रिटिश पीएम
- यूक्रेन युद्ध की आलोचना की
- धमकियां देने का आरोप लगाया
Liz Truss UNGA: ब्रिटेन की प्रधानमंत्री लिज ट्रस ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन पर यूक्रेन के खिलाफ उनके असफल सैन्य अभियान का बचाव करने के लिए ‘आक्रामक धमकियां देने’ का आरोप लगाया है। ट्रस के संयुक्त राष्ट्र (संरा) में उनके पहले संबोधन में यह बताने की संभावना है कि वैश्विक निकाय के शक्ति संपन्न राष्ट्रों के आक्रामक रवैये के कारण उसके संस्थापक सिद्धांत खतरे में हैं। संयुक्त राष्ट्र महासभा (यूएनजीए) में अपने पहले संबोधन में ट्रस यूक्रेन युद्ध का जिक्र करेंगी और इसे ‘हमारे मूल्यों और पूरी दुनिया की सुरक्षा’ की लड़ाई करार देंगी।
वह ब्रिटेन की दिवंगत महारानी एलिजाबेथ द्वितीय की सराहना करते हुए उन्हें उन चीजों का प्रतीक बताएंगी, जिनके लिए संयुक्त राष्ट्र खड़ा होता है। ट्रस के कार्यालय ने प्रधानमंत्री के संबोधन की सामग्री पहले ही जारी कर दी है। ‘आरक्षित सैनिकों’ को लामबंद करने और रूस की रक्षा के लिए हर हथकंडे अपनाने (परमाणु हथियार के संदर्भ में) के पुतिन के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए ट्रस ने रूसी नेता पर ‘अपनी भयावह विफलताओं को सही ठहराने की पुरजोर कोशिश’ करने का आरोप लगाया है। ट्रस ने कहा, ‘यह काम नहीं करने वाला है। अंतरराष्ट्रीय गठबंधन मजबूत है। यूक्रेन मजबूत है।’ ट्रस उसी दिन संयुक्त राष्ट्र को संबोधित करेंगी, जिस दिन यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लोदिमीर जेलेंस्की ने वीडियो लिंक के माध्यम से वैश्विक निकाय को संबोधित किया।
बाइडेन ने रूस पर लगाए आरोप
इससे पहले अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने बुधवार को कहा कि रूस ने यूक्रेन के साथ ‘क्रूर और बेवजह’ युद्ध करके, संयुक्त राष्ट्र चार्टर के ‘मूल सिद्धांतों का शर्मनाक तरीके से उल्लंघन’ किया है। संयुक्त राष्ट्र में अपने संबोधन के दौरान बाइडेन ने रूस के हमले की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि यूक्रेन में आम नागरिकों के विरुद्ध किए गए रूस के अत्याचार की ‘रूह कंपाने वाली’ खबरें आ रही हैं।
हम एकजुट होकर खड़े रहेंगे- बाइडेन
उन्होंने कहा कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन द्वारा यूरोप पर परमाणु हथियारों से हमले की नई धमकी से पता चलता है कि रूस परमाणु अप्रसार संधि (एनपीटी) पर हस्ताक्षर करने के बावजूद गैर जिम्मेदाराना तरीके से उसके प्रावधानों की ‘धज्जियां उड़ा रहा है।’ बाइडेन ने कहा, ‘हम रूस के हमले के विरुद्ध एकजुट होकर खड़े रहेंगे।’ रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन द्वारा बुधवार को तीन लाख आरक्षित सैनिकों की आंशिक तैनाती की घोषणा का जिक्र करते हुए बाइडेन ने कहा कि रूस में इस कदम का विरोध हो रहा है।
यूएन चार्टर के मूल सिद्धांतों का उल्लंघन बताया
बाइडेन ने अपने संबोधन में कहा, ‘संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के एक स्थायी सदस्य ने अपने पड़ोसी पर आक्रमण किया, एक संप्रभु राष्ट्र को नक्शे से मिटाने का प्रयास किया। रूस ने शर्मनाक तरीके से संयुक्त राष्ट्र चार्टर के मूल सिद्धांतों का उल्लंघन किया है।’ बाइडेन ने सभी देशों से रूस के ‘क्रूर, अनावश्यक युद्ध’ के खिलाफ बोलने और यूक्रेन को उसके खुद को बचाने के प्रयासों को मजबूती देने का आह्वान किया है।