पेरिस: फ्रांस के पूर्वोत्तर क्षेत्र में फ्रांसीसी वायुसेना के दो राफेल लड़ाकू विमान आपस में टकरा गए। विमानों के बीच हुई टक्कर में दो पायलटों की मौत हो गई है। फ्रांसीसी वायु सेना के अनुसार राफेल फाइटर जेट्स बुधवार को स्थानीय समय के अनुसार 12:30 बजे पूर्वोत्तर फ्रांस के आसमान में टकरा गए। टक्कर के बाद दोनों विमान जमीन पर आ गिरे। हादसा जर्मनी में ईंधन भरने के बाद विमानों के लौटते समय हुआ। एक विमान में दो पायलट थे और दूसरे में एक पायलट था। फ्रांसीसी अधिकारियों ने बताया कि हादसे में दूसरे जेट का पायलट सुरक्षित बच निकला।
फ्रांस के रक्षा मंत्री ने की पुष्टि
फ्रांस के रक्षा मंत्री सेबेस्टियन लेकर्नू ने अपने एक्स अकाउंट पर इस घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि फ्रांस के पूर्वोत्तर क्षेत्र म्यूरथ एट मोसेले में बुधवार दोपहर को दो राफेल फाइटर जेट्स हवा में टकरा गए। दोनों विमानों के आपस में टकराने के कारणों का अभी तक पता नहीं चल पाया है। अधिकारियों का कहना है कि यह हादसा कोलंबे-ले-बेल्स के ऊपर हुआ, जो पूर्वोत्तर फ्रांस का एक शहर है। स्थानीय प्रशासन की मानें तो सैन्य अधिकारियों की तरफ से कछ दिनों में दुर्घटना के कारणों पर रिपोर्ट पेश की जाएगी।
इमैनुएल मैक्रों ने जताया दुख
कोलंबे-ले-बेल्स के उपमहापौर पैट्रिस बोनेक्स ने मीडिया को बताया, “हमने लगभग 12:30 बजे एक जोरदार आवाज सुनी, यह फाइटर जेट की सोनिक बूमक की सामान्य ध्वनि नहीं थी। यह एक अजीब आवाज थी। मैंने देखा कि दो विमान टकरा गए हैं, लेकिन हमें विश्वास नहीं हुआ।” फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने अपने एक्स पोस्ट पर कहा, “मुझे इस दुखद समाचार से अवगत कराया गया कि राफेल विमान प्रशिक्षण मिशन के दौरान हवाई दुर्घटना का शिकार हो गए। इसमें दो पायलटों की मौत हो गई।”
इन देशों के पास है राफेल
बता दें कि, इससे पहले दिसंबर 2007 में एक राफेल जेट दक्षिण-पश्चिम फ्रांस के न्यूविक शहर के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। यह राफेल विमान की पहली दुर्घटना मानी जाती है । इसके बाद सितंबर 2009 में दो राफेल विमान परीक्षण उड़ान पूरी करने के बाद पेरपिनन के तट पर चार्ल्स डे गॉल विमानवाहक पोत पर लौटते समय दुर्घटनाग्रस्त हो गए। जिसमें एक पायलट की मौत हो गई थी। राफेल विमानों का इस्तेमाल फ्रांस के अलावा मिस्र, भारत, ग्रीस, इंडोनेशिया, क्रोएशिया, कतर और संयुक्त अरब अमीरात करते हैं। (आईएएनएस)
यह भी पढ़ें:
बांग्लादेश के मामले में भारत से बना हुआ है US का संपर्क, जानिए चाहता क्या है अमेरिका?
एमपॉक्स का बढ़ रहा प्रकोप, विश्व स्वास्थ्य संगठन ने घोषित की ग्लोबल हेल्थ इमरजेंसी