नई दिल्लीः यूक्रेन पर रूसी हमले की दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। रूस-यूक्रेन युद्ध को 1 वर्ष हो चुके हैं, लेकिन इसकी विभीषिका लगातार भयावह होती जा रही है। आज किसकी रात आखिरी होगी और कल किसका दिन आखिरी होगा, इस बारे में बता पाना बेहद मुश्किल हो गया है। यूक्रेन में आवासीय इमारतों से लेकर सरकारी व निजी प्रतिष्ठानों पर लगातार रूसी मिसाइलें, ड्रोन और बम बरस रहे हैं। ऐसे में यूक्रेनी लोगों की जिंदगी का हर पल बेहद मुश्किल हो चला है। आज की रात सोये तो कल का सूरज देख पाएंगे या नहीं, इस बात की कोई गारंटी नहीं है।
दक्षिण-पूर्वी यूक्रेन के जापोरिज्जिया शहर में एक ऐसी ही दर्दनाक घटना सामने आई है, जहां कई लोग रात को सोये तो आसमान में चांद थे, तारे थे, लेकिन फिर उनकी जिंदगी में सुबह का सूरज कभी नहीं निकल सका। दरअसल रूस के एक हमले में अपने घरों में सो रहे कई लोगों की जान चली गई। उन्हें भला क्या पता कि यह उनकी जिंदगी की आखिरी रात होगी, जहां सुबेरा कभी नहीं होने वाला।
इन लोगों की जिंदगी में फिर कभी नहीं निकला सुबह का सूरज
यूक्रेन के आवासीय इमारत पर इस रूसी हमले से राष्ट्रपति व्लादिमिर जेलेंस्की फिर से आग बबूला हो गए हैं। उन्होंने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन को खून का प्यासा और रूस को आतंकवादी कहा है। घटना दक्षिण-पूर्व यूक्रेन के जेपोरिजीया शहर में हुई। यहां की पांच मंजिला एक रिहाइशी इमारत में बृहस्पतिवार को रूस ने मिसाइलों की बरसात कर दी। इससे इमारत ढह गई और इस हमले में तीन लोगों की मौत हो गई। स्थानीय अधिकारियों के मुताबिक रूस के इस घातक हमले में छह अन्य लोग घायल हुए हैं, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। राष्ट्रपति जेलेंस्की ने इस रूसी हमले के बाद दिए बयान में बताया कि आवासीय इमारत बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई है। रूस ने यह हमला ऐसे वक्त में किया, जब लोगों को सुबह होने का इंतजार था। मगर मिसाइल गिरने से कई लोगों की जिंदगी का सूरज हमेशा के लिए डूब गया। हमले के बाद इतना जोरदार धमाका हुआ कि शहर में सोये अन्य सभी लोग भी जगह गए। कई लोगों की जिंदगी के लिए यह काली रात साबित हुई।
11 लोगों को निकाला गया इमारत से जिंदा
यूक्रेन के अनुसार जापोरिज्जिया में हुए इस रूसी हमले के कारण इमारत में दबे करीब 11 लोगों को बाहर निकाला गया है। इनमें से जो घायल हुए थे, उन्हें अस्पताल ले जाया गया है। जबकि सामान्य चोट वाले लोगों को प्राथमिक उपचार देकर छुट्टी कर दी गई। कई लोगों को सिर्फ खरोंच आई थी और वह हमले में बच गए। यूक्रेनी राज्य आपातकालीन सेवा ने बताया कि उसने अब तक 11 लोगों को इमारत से बाहर निकालने में सफलता पाई है। जेलेंस्की ने कहाकि रूस हर दिन को हमारे लोगों के हर दिन को आतंक के दिनों में बदलना चाहता है। मगर ये बुराई हमारे देश पर कभी राज नहीं कर सकेगी। आपको बता दें कि जापोरिज्जिया यूक्रेन का सबसे महत्वपूर्ण शहर है, जहां परमाणु केंद्र है और इसके जरिये पूरे यूरोप को यूक्रेन से ऊर्जा सप्लाई होती है। रूस जापोरिज्जिया को अपने में मिलाने की घोषणा कर चुका है, लेकिन पूर्ण नियंत्रण के लिए संघर्ष कर रहा है। वहीं जेलेंस्की के लिए यह शहर करो या मरो का सवाल बन चुका है।
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