मास्कोः रूस-यूक्रेन युद्ध के 2 वर्ष बीत जाने के बाद भी कोई नतीजा नहीं निलक सका है। दोनों देशों के हजारों सैनिक युद्ध में मारे जा चुके हैं और काफी संख्या में दिव्यांग भी हो चुके हैं। इस खूनी संघर्ष का अब कोई अंत होता नहीं दिख रहा। मगर अब रूस ने एक ऐसा मसौदा लाया है, जिससे युद्ध में शांति लाई जा सकती है। मगर क्या रूसी मसौदे पर यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की तैयार हो जाएंगे। क्या दोनों देश युद्ध का कोई समाधान इस मसौदे के आधार पर खोज सकते हैं। रूस का तो फिलहाल यही कहना है। मॉस्को ने शुक्रवार को कहा कि रूस-यूक्रेन का एक मसौदा समझौता दोनों देशों के बीच संघर्ष को समाप्त करने की संभावित वार्ता के लिए आधार हो सकता है, जिस पर 2022 में चर्चा हुई थी।
रूस के प्रवक्ता दमित्री पेस्कोव ने कहा कि इस्तांबुल में मार्च 2022 में जिस मसौदा दस्तावेज पर विचार-विमर्श हुआ था, वह बातचीत शुरू करने का आधार बन सकता है। उन्होंने कहा कि भविष्य की संभावित वार्ता में नई वास्तविकताओं को संज्ञान में लेना जरूरी होगा। पेस्कोव ने संवाददाताओं से वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिये बातचीत में कहा, ‘‘तब से कई बदलाव हुए हैं, हमारे संविधान में नयी चीजें जुड़ी हैं।’’ रूस ने सितंबर 2022 में चार यूक्रेनी क्षेत्रों पर कब्जा कर लिया था और उसके इस कदम को कीव तथा उसके पश्चिमी सहयोगियों ने गैरकानूनी बताकर खारिज कर दिया।
पुतिन ने कहा कि मॉस्को जबरन लागू शांति योजना को नहीं करेगा स्वीकार
पेस्कोव के बयान से पहले रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने बृहस्पतिवार को जून में स्विट्जरलैंड की मेजबानी में संभावित यूक्रेन शांति वार्ता पर चुटकी लेते हुए चेतावनी दी कि मास्को जबरन लागू किसी शांति योजना को स्वीकार नहीं करेगा। पुतिन ने बेलारूस के राष्ट्रपति अलेक्जेंद्र लुकाशेनको के साथ मास्को में हुई बैठक में कहा, ‘‘हम सकारात्मक कार्य के लिए तैयार हैं, लेकिन इस तरह के किसी प्रयास को स्वीकार नहीं करेंगे जो वास्तविकताओं पर आधारित नहीं हो।’’ रूस ने यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की के शांति प्रस्ताव को खारिज कर दिया है जिसके तहत मास्को को अपने सैनिकों को वापस बुलाना होगा। (एपी)