Highlights
- कनाडा के आसमान में दुर्लभ गुलाबी रंग की रोशनी दिखी
- वैज्ञानिकों ने इसे स्टीव जैसी कोई घटना बताया है
- इस घटना के प्लाजमा होने का भी संदेह जताया गया है
Solar Storm: सौर तूफान आने से पृथ्वी पर रेडियो ब्लैकआउट, सैटेलाइट और पावर ग्रिड से जुड़ी समस्या हो सकती हैं। हालांकि जब सूरज से पृथ्वी पर सौर तूफान आता है, तब ये समस्याएं दिखाई देती हैं। लेकिन अगर कोई लाइट स्टॉर्म यानी रोशनी वाला तूफान पृथ्वी से टकराता है, तो इससे पृथ्वी के ध्रुवों पर चमकदार रंगीन रोशनी दिखाई देती है। ऐसा ही शानदार नजारा कनाडा के दक्षिणी हिस्से में देखने को मिला है। इस तरह की रोशनी इस इलाके में दुर्लभ ही देखने को मिलती है। जब यहां ये रोशनी दिखी, तो हर कोई हैरान हो गया।
कनाडा में दक्षिण के कुछ हिस्सों में लोगों को आसमान में इस तरह की रोशनी दिखाई दी है। कनाडा में ये सौर तूफान या कहें, रोशनी वाला तूफान रविवार को देखा गया है। हालांकि ये रोशनी उतनी शानदार नहीं थीं, जितनी उत्तरी ध्रुव पर दिखाई देती हैं। वैज्ञानिकों का मानना है कि सौर तूफान की यह घटना एक आश्चर्यजनक घटना का हिस्सा हो सकती है। इस शानदार नजारे को STEVE नाम दिया गया है। जिसकी फुल फॉर्म है, स्ट्रॉन्ग थर्मल एमिशन वेलोसिटी इनहांसमेंट।
आसमान में दिखाई दी दो तरह की रोशनी
कनाडा के आसमान में गुलाबी रंग की एक तेज रोशनी दिखाई दी, जो करीब एक घंटे तक रही। STEVE की खास बात ये है कि यह कई बार हरे रंग की रोशनी के साथ चमकती है। वैज्ञानिकों का कहना है कि यह नजारा वातावरण में आवेशित कण यानी चार्जड पार्टिकल्स की वजह से दिखाई दे रहा है। हालांकि इसकी कार्य प्रणाली अभी पूरी तरह समझ नहीं आई है। आसमान में दिखाई देने वाली इन रोशनियों को दो हिस्सों में बांटा गया है। जिसमें पहले को एयर ग्लो और दूसरे ऑरोरा कहते हैं।
इनके प्लाजमा होने का भी है संदेह
एयर ग्लो पृथ्वी पर कहीं भी हो सकता है, जबकि ऑरोर पृथ्वी के ध्रुवों पर एक बड़ी रिंग की तरह दिखाई देती है। हालांकि STEVE इन दोनों में से कुछ भी नहीं है। ऐसा इसलिए क्योंकि ऑरोरा की विशेषताएं होने के बावजूद ये रोशमी ध्रुव से अलग हो जाती हैं। हमें STEVE के बारे में जो पता है, वो ये है कि इसकी बैंगनी रंग की धुंध वायुमंडल में सुपरसोनिक गति से चलने वाले आयनों के कारण बनती है। वैज्ञानिक ऊंचाई पर हुई इस असामान्य घटना के प्लाजमा होने का संदेह कर रहे हैं।