Highlights
- यूक्रेन को कई देश कर रहे मदद
- रूस ने जारी की दुश्मनों की लिस्ट
- अमेरिका से लेकर ब्रिटेन तक शामिल
Russia Ukriane War: रूस और यूक्रेन के बीच 24 फरवरी को शुरू हुआ युद्ध अब भी जारी है। इस लड़ाई में न तो रूस जीतता दिख रहा है और न ही यूक्रेन की हार होती नजर आ रही है। जंग की शुरुआत में ऐसा माना जाने लगा था कि रूस जैसी शक्ति के आगे यूक्रेन कुछ ही दिनों में घुटने टेक देगा, लेकिन उसने अमेरिका और नाटो देशों से मिले हथियारों की मदद से रूस को अच्छा खासा नुकसान पहुंचाया है। रूस का दावा है कि नाटो देश यूक्रेन को हथियार मुहैया करवाकर आग में घी डालने का काम कर रहे हैं। उन्होंने यूक्रेन की सेना को रक्षा सहयोग के नाम पर प्रशिक्षित किया और कीव को बड़े युद्ध के लिए तैयार किया है।
रूस ने इस युद्ध को विशेष सैन्य अभियान के तौर पर शुरू किया था, उसका मानना था कि यूक्रेन के नाटो में जाने की कोशिशों के चलते पश्चिमी देश पूर्व के और करीब आ रहे हैं। अब रूस के रक्षा मंत्रालय ने यूक्रेन को हथियार देने वाले देशों की लिस्ट जारी की है। साथ ही इन पर युद्ध भड़काने का आरोप लगाया है। इन देशों के नाम हैं-
अमेरिका- रूस का आरोप है कि रूस में मार्च 2014 के तख्तापलट में अमेरिका ने अहम भूमिका निभाई थी। अमेरिका ने मार्च से सितंबर, छह महीने तक सैन्य सुधार, अंधेरे में देखने वाले उपकरणों और संचार संबंधित उपकरणों के लिए यूक्रेन को 32 मिलियन डॉलर की मदद की थी। इसके अलावा उसने यूक्रेन को M142 HIMARS रॉकेट सिस्टम, M777 हॉवित्जर, गोला-बारूद, स्ट्रिंगर मिसाइल, हार्पूर मिसाइल, सैनिकों के लिए वर्दी, सैन्य राशन की एक बड़ी खेप सौंपी है।
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने 18 दिसंबर, 2014 में अपने कार्यकाल में 'यूक्रेन फ्रीडम सपोर्ट एक्ट' पर हस्ताक्षर किए थे, जिसे कांग्रेस से मंजूरी मिली थी। तभी से अमेरिका लगातार यूक्रेन को घातक हथियार मुहैया करा रहा है। 2015 में अमेरिका ने यूक्रेन को 230 Humvee बख्तरबंद वाहन और रेवेन ड्रोन दिए थे।
ब्रिटेन- यूक्रेन को हथियार देने के मामले में ब्रिटेन दूसरे स्थान पर है। दोनों देशों की सैन्य सहयोग योजना, ऑपरेशन ऑर्बिटल, 2015 से प्रभावी है। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने युद्ध के बीच में राजधानी कीव का दौरा कर यूक्रेन के प्रति समर्थन जताया था। ब्रिटेन ने कीव को कम से कम 75 सैक्सन बख्तरबंद वाहन और लैंड रोवर डिफेंडर बख्तरबंद टोही और संचार वाहन सौंपे हैं। इसके अलावा उसने यूक्रेन को चिकित्सा उपकरण, सामरिक गियर, नाइट विजन उपकरण और जीपीएस नेविगेटर प्रदान किए हैं। इनकी कीमत 4.5 मिलियन डॉलर से अधिक है। 2022 में, लंदन ने यूक्रेन को हल्की एंटी टैंक मिसाइलों की एक बड़ी खेप भी सौंपी थी।
लिथुआनिया- लिथुआनिया ऐसा पहला देश है, जिसने फरवरी 2014 में सत्ता बदलने के बाद सबसे पहले यूक्रेन को सैन्य सहायता दी थी। उसने उसे कई बार सोवियत काल के हथियार और गोला बारूद दिए हैं। उसने नाटो में शामिल होने के बाद इन हथियारों को सेवा से बाहर कर दिया था। 2016 में लिथुआनिया ने यूक्रेन को 150 टन की सैन्य आपूर्ति की थी। इनमें लाखों राउंड, मुख्य रूप से कलाश्निकोव असॉल्ट राइफल्स के लिए 5.45 मिमी के थे। 2017 और 2019 में भी लिथुआनिया ने यूक्रेन को गोला-बारूद की आपूर्ति की। 2022 में लिथुआनिया ने यूक्रेन को थर्मल इमेजिंग मॉनिटरिंग उपकरण के अलावा नॉर्वेजियन NASAMS मल्टीपल-लॉन्च रॉकेट सिस्टम सौंपा था।
पोलैंड- जुलाई 2016 में यूक्रेन और पोलैंड ने हथियारों और सैन्य उपकरणों की आपूर्ति और प्रशिक्षण को लेकर एक समझौते पर हस्ताक्षर किए थे। रिपोर्ट्स के अनुसार, पोलैंड ने यूक्रेन को 50 M57 मोर्टार, 9 MT-LB बहुउद्देशीय बख्तरबंद व्यक्तिगत वाहन, 15 भारी मशीनगन, दो AK-176M गन माउंट, पैराशूट सिस्टम और 100 रिकोलेस गन दी थीं।
चेक गणराज्य- ये देश भी यूक्रेन को मदद देने के मामले में पीछे नहीं रहा है। 2018 में चेक गणराज्य की एक निजी कंपनी ने चेकोस्लोवाक ग्रुप ने ऐलान किया था कि वह यूक्रेन के लिए 200 BVP-1 पैदल सेना से लड़ने वाले वाहन देगा। उसने 2S1 Gvozdika हॉवित्जर की भी मरम्मत करने की बात कही थी। यूक्रेनी रक्षा मंत्रालय ने चेक डिफेंस सिस्टम्स ए.एस. रैपिरा आर्टिलरी गन खरीदने के सौदे को भी अंतिम रूप दिया था। यह दावा किया गया था कि 2021 में चेक गणराज्य ने यूक्रेन को 26 Dana-M2 स्व-चालित बंदूकें की आपूर्ति की थी।
बुल्गारिया- साल 2015 में बुल्गारिया ने अमेरिका के पैसों से यूक्रेन की सेना के लिए गोला बारूद का उत्पादन किया था। इस तरह से RPG-7V हैंड-हेल्ड एंटी टैंक ग्रेनेड लॉन्चर और उसके गोले बनाए गए। फरवरी 2021 में, कीव ने बुल्गारिया से GP-25/30 अंडरबैरल ग्रेनेड लॉन्चर के लिए 100,000 40mm राउंड, ड्रैगुनोव स्नाइपर राइफल्स और कलाश्निकोव सबमशीन गन के लिए 7.62x54mm गोला बारूद के 1.5 मिलियन राउंड खरीदे थे।
फ्रांस- साल 2014 में फ्रांस से बुलेटप्रूफ जैकेट की एक खेप यूक्रेन पहुंची थी। फरवरी, 2021 में यूक्रेन के विशेष बल को 60 APILAS एंटी-टैंक रॉकेट लॉन्चर सौंपे थे। उसी साल अक्टूबर महीने में अमेरिका ने कीव को सैन्य उपकरणों का एक मालवाहक जहाज सौंपा था, जिसमें अन्य हथियारों के अलावा, फ्रांसीसी APILAS हैंड हेल्ड एंटी-टैंक रॉकेट लांचर शामिल थे।
तुर्किये- साल 2018-2020 में यूक्रेन ने तुर्किये से Bayraktar TB2 मानव रहित हवाई वाहन खरीदा था। इसके माध्यम से यूक्रेनी सेना ने डोनबास में रूस समर्थित विद्रोहियों के खिलाफ जबरदस्त हवाई हमले किए हैं। यहां तक कि 2022 में शुरू हुई लड़ाई के दौरान भी तुर्किये के इस ड्रोन ने रूसी सेना को भारी नुकसान पहुंचाया है।