रूस के करीब 1000 जासूस ब्रिटेन में फैले हुए हैं और इन्होंने खुद को आम जनता के बीच छिपाया हुआ है। ये खुलासा एक नई रिपोर्ट में हुआ है। नए खुफिया विश्लेषण में कहा गया है कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के जासूस सामान्य व्यवहार करते हैं, ताकि किसी को उन पर शक न हो। ये लोग ब्रिटेन में ड्राइवर से लेकर वेटर तक बनकर काम कर रहे हैं। इन्होंने अपनी पहचान को छिपाया हुआ है। विश्लेषण में पता चला है कि जासूसों को रूसी खुफिया एजेंसी एसवीआर नियंत्रित करती है। इसके साथ ही ये भी दावा किया जा रहा है कि इन्होंने ब्रिटिश सरकार में शीर्ष स्तर पर घुसपैठ भी की है।
इन निष्कर्षों ने ब्रिटेन के लिए चिंता पैदा कर दी है। नए खतरे को देखते हुए नियोक्ताओं को अधिक से अधिक जानकारी दी जा रही है। एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, एक खुफिया सूत्र ने आरोप लगाया कि रूस के पास जासूसों का इतना बड़ा नेटवर्क है कि उनके आदमी हर क्षेत्र में काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा, "हमें यह नहीं सोचना चाहिए कि कुछ लोग जासूस नहीं हो सकते। पुतिन के जासूसों में छात्र, ट्रेड यूनियन, विरोध समूह, शिक्षक, कैब ड्राइवर के साथ-साथ राजनेता, सिविल सेवा और पुलिस अधिकारी तक शामिल हैं।"
तेजी से बढ़ रही जासूसों की संख्या
हाल के वर्षों में लंदन में रूसी दूतावास में काम करने वाले ज्ञात जासूसों की संख्या में कमी आई है। लेकिन रूसी सरकार के लिए गुप्त रूप से काम करने वाले संदिग्ध लोगों की संख्या बढ़ी है। यह जानकारी ऐसे समय में आई है, जब रूस-यूक्रेन युद्ध में पुतिन की सेना को खेरसॉन से अपमानजनक वापसी करनी पड़ी है। इस बात का डर है कि पुतिन अपनी हार का सामना करने के लिए कड़े कदम उठाएंगे। वह अपनी प्रतिष्ठा बचाने के लिए कोई भी कदम उठा सकते हैं।
ब्रिटेन में रह रहे हैं 73,000 रूसी लोग
ये अनुमान है कि ब्रिटेन में लगभग 73,000 रूसी प्रवासी रह रहे हैं। ब्रिटिश खुफिया सेवा इनमें रूसी जासूस भी शामिल हैं। लेकिन जासूस केवल रूसी नहीं हैं। शुक्रवार को जर्मनी में ब्रिटिश दूतावास में कार्यरत एक गार्ड डेविड स्मिथ को रूस के साथ सूचना साझा करने का दोषी पाया गया है। माना जाता है कि पुतिन के जासूस सुरक्षित जगहों पर भी मौजूद रहते हैं। इसमें परमाणु ऊर्जा स्टेशन, वायु सेना और नौसेना के ठिकाने भी शामिल हैं। हाल ही में खबर आई थी कि पूर्व ब्रिटिश प्रधानमंत्री लिज ट्रस का मोबाइल रूस ने हैक कर लिया था।