सियोल: यूक्रेन से युद्ध के बीच रूस के रक्षा मंत्री आंद्रेई बेलौसोव सैन्य वार्ता के लिए उत्तर कोरिया पहुंच गए हैं। इससे अमेरिका से नाटो तक खलबली मच गई है। रूसी रक्षामंत्री के इस दौरे पर अमेरिका और नाटो नजर बनाए हुए है। अपनी इस यात्रा के दौरान बेलौसोव उत्तर कोरिया के साथ सैन्य और राजनीतिक नेताओं के साथ वार्ता के करेंगे। वह शुक्रवार को उत्तर कोरिया पहुंचे हैं।
रूस की समाचार एजेंसी ‘तास’ ने मंत्रालय के हवाले से दी गई अपनी खबर में हालांकि यह नहीं बताया कि बेलौसोव किससे मिलेंगे या बातचीत का उद्देश्य क्या है। उत्तर कोरिया की सरकारी मीडिया ने इस यात्रा की तुरंत पुष्टि नहीं की। पूर्व अर्थशास्त्री बेलौसोव ने मई में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के सत्ता में पांचवां कार्यकाल शुरू करने के बाद रक्षा मंत्री के रूप में सर्गेई शोइगू का स्थान लिया था। बेलौसोव की यह यात्रा दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति यून सुक येओल द्वारा रक्षा मंत्री रुस्तम उमरोव के नेतृत्व में यूक्रेन के एक प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात के कुछ दिनों बाद हुई है, जिसमें येओल ने दोनों देशों से उत्तर कोरिया द्वारा यूक्रेन के खिलाफ युद्ध में सहायता के लिए हजारों सैनिकों को रूस भेजने के जवाब में जवाबी कदम की तैयारी का आह्वान किया था।
उत्तर कोरिया पर है 10 हजार सैनिक यूक्रेन युद्ध में भेजने का आरोप
अमेरिका और उसके सहयोगियों का कहना है कि उत्तर कोरिया ने हाल के सप्ताहों में 10,000 से अधिक सैनिक रूस भेजे हैं और उनमें से कुछ सैनिक पहले ही युद्ध में शामिल हो चुके हैं। उत्तर कोरिया पर रूस को हथियार प्रणाली, मिसाइल और अन्य सैन्य उपकरणों की आपूर्ति करने का भी आरोप है, जो रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को लगभग तीन साल से जारी युद्ध को और आगे बढ़ाने में मदद कर सकता है। दक्षिण कोरिया में यह भी चिंता जताई गई कि उत्तर कोरिया अपने सैनिकों और हथियारों की आपूर्ति के बदले में रूस से प्रौद्योगिकी हस्तांतरण प्राप्त कर सकता है, जो नेता किम जोंग उन के परमाणु हथियारों और मिसाइल कार्यक्रम द्वारा उत्पन्न खतरे को संभावित रूप से बढ़ा सकता है। (एपी)
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