रूस और यूक्रेन के बीच जंग खत्म नहीं हुई है। हाल ही में रूस ने यूक्रेन के शहरों पर हमले और तेज कर दिए हैं। जंग के दौरान यूक्रेन की राजधानी कीव के कई इलाकों में भारी तबाही हुई है। इसी बीच रूस ने यूक्रेन में ताजा हमला किया है। इस हमले से 15 लाख से अधिक लोगों के घरों में बिजली चली गई। लोग अंधेरे में रहने के लिए मजबूर हो गए हैं।
पावर ग्रिड को बनाया निशाना, नहीं मिल पा रही बिजली
रूस ने ईरानी ड्रोन से ओडेसा में दो पावर ग्रिडस को अपना निशाना बनाया था। इसकी वजह से वहां के लोगों को बिजली नहीं मिल पा रही है। इसके बाद यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की वहां पर रात में पहुंचे और वीडियों के जरिए कहा कि ओडेसा की स्थिति काफी खराब है। उन्होंने आगे कहा कि दुर्भाग्य से ड्रोन ने कापी गंभीर रूप से हिट किया, इसकी वजह से बिजली सेवा को बहाल करने में समय लग रहा है। यह सिर्फ कुछ घंटों में ठीक नहीं हो सकता है, बल्कि इसे ठीक करने में काफी लंबा वक्त लगेगा।
ये जंग कम होने का नाम नहीं ले रही है। यूक्रेन भी रूस पर पलटवार कर रहा है। रविवार को पूर्वी यूक्रेन यूक्रेन की सेना ने रूस के प्राइवेट वेगनर मिलिट्री ग्रुप के हेडक्वार्टर पर हमला किया। जिसमें कई लोगों की मौत हो गई है। टेलीग्राम चैनलों पर मलबे में तब्दील एक इमारत की तस्वीरें शेयर की गईं।
पावर सिस्टम बहाल करने के लिए नॉर्वे ने यूक्रेन को दिए 100 मिलियन डॉलर
उधर, रूस अक्टूबर माह से ही यूक्रेन के पावर इंफ्रास्ट्रचर को अपना निशाना बना रहा है और ड्रोन और घातक मिसाइलों के जरिए इन जगहों पर ताबड़तोड़ हमले कर रहा है। राष्ट्रपति जेलेंस्की ने कहा कि यूक्रेन में पावर सिस्टम को एक बार से बहाल करने के लिए नॉर्वे ने 100 मिलियन डॉलर की मदद भेजी है।
ओडेसा के क्षेत्रीय प्रशासन के प्रवक्ता सेर्ही ब्राचुक पावर और नेटर्वक बहाली के बारे में बात करते हुए कहा कि यहां पर बिजली व्यवस्था को ठीक करने अभी कुछ दिन और लगेंगा, जबकि नेटवर्क की स्थिति ठीक करने में दो से तीन माह का समय लग सकता है।