Highlights
- रूसी सेना ने यूक्रेन के कई हिस्सों में ताबड़तोड़ हमले किए
- पुतिन शंघाई सहयोग संगठन के शिखर सम्मेलन शामिल हुए थे
- रूसी सेना ने पूर्वी यूक्रेन के कई शहरों पर नियंत्रण खो दिया है
Russia Ukraine War: रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध को महीनों बीत चुके हैं। लेकिन अभी तक कोई नतीजा निकलता नजर नहीं आ रहा है। इस साल 24 फरवरी को शुरू हुआ युद्ध अब भी थमा नहीं है। युद्ध में नुकसान दोनों पक्ष को पहुंचा है। हाल ही में यूक्रेन की सेना ने दावा किया था कि उसने कई महीनों से रूसी सेना के कब्जे में रहे इजियम शहर पर कब्ज़ा कर लिया है। जिसके बाद अब खबर आ रही है कि रूसी सेना ने यूक्रेन के कई हिस्सों में ताबड़तोड़ हमले किए हैं।
राष्ट्रपति पुतिन शंघाई सहयोग संगठन के शिखर सम्मेलन शामिल हुए थे
एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार रूस के रक्षा मंत्रालय का हवाला देते हुए बताया जा रहा है कि रूसी सेना ने यूक्रेन के कई ठिकानों पर हमला किया है। रूस की ओर से हमले ऐसे समय में तेज किए गए हैं जब हाल ही में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने शंघाई सहयोग संगठन के शिखर सम्मेलन में हिस्सा लिया था। वहीं दूसरी ओर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने रूस को यूक्रेन युद्ध में रासायनिक या सामरिक परमाणु हथियारों का इस्तेमाल न करने की चेतावनी दी है। एक न्यूज चैनल के साथ इंटरव्यू के दौरान बाइडन ने कहा कि इस तरह की कार्रवाई द्वितीय विश्व युद्ध के बाद से किसी भी युद्ध का चेहरा बदल देगी।
रूसी सैनिकों को पीछे धकेल रहा यूक्रेन
यूक्रेनी सेना तेजी से रूसी सैनिकों को पीछे धकेल रही है। रूसी सेना ने पूर्वी यूक्रेन के कई शहरों पर नियंत्रण खो दिया है। ऐसे में यूक्रेन के हौसले बुलंद हैं। राष्ट्रपति व्लोदिमीर जेलेंस्की ने खुद कहा है कि यूक्रेनी बलों ने सितंबर की शुरुआत से 6,000 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र को वापस ले लिया है। रूस वर्तमान में यूक्रेन के पांचवें हिस्से पर कब्जा किए हुए है। यूक्रेन में अभी भी बड़ी संख्या में रूसी सैनिक मौजूद हैं। इनकी सबसे बड़ी संख्या पूर्वी यूक्रेन के डोनबास क्षेत्र में है। यह क्षेत्र अधिकांश रूसी भाषी लोगों का घर है, जिन्हें रूस अपने देश का नागरिक मानता है।