Highlights
- आज यूक्रेन पर रूस करेगा बड़ा हमला
- राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की को आशंका
- देश की जनता को किया आगाह
Russia-Ukraine war: आज यूक्रेन स्वतंत्रता दिवस मना रहा है, लेकिन आज के दिन रूस, यूक्रेन पर बड़ा हमला कर सकता है। ऐसी आशंका राष्ट्रपति जेलेंस्की ने जताई है। चार दिन पहले जेलेंस्की ने अपनी देश की जनता को आगाह करते हुए कहा था कि- 'इस सप्ताह रूस कुछ बहुत बुरा, खास तौर पर कुछ जहरीला करने की कोशिश कर सकता है।' वहीं यूक्रेन के दूसरे सबसे बड़े शहर खार्किव के गर्वनर ने अपने नागरिकों के लिए चेतावनी जारी करते हुए कहा कि- ' घर पर रहें और चेतावनी का ध्यान रखें।' रूसी गोलीबारी को देखते हुए खार्किव में कर्फ्यू लगा दिया गया है।
इन रिपोर्ट्स के आधार पर हमले की आशंका
यूक्रनी NGO स्टार्टकॉम की इसी हफ्ते आई रिपोर्ट के मुताबिक- ' रूस यूक्रेनी सीमा के पास मिसाइलें तैनात करने और हथियार जुटाने में लगा है। यूक्रेन पर S-300 मिसाइलों के साथ बड़े पैमाने पर गोलीबारी का स्पष्ट खतरा है। 20 अगस्त से पहले कई रूसी ट्रेनें यूक्रेन की सीमा के पास पहुंची हैं। साफ है कि रूस 24 अगस्त को यूक्रेन पर बड़ा हमला करने की तैयारी कर रहा है।'
अमेरिकी खुफिया एजेंसियों की रिपोर्ट के मुताबिक- 'हमें जानकारी है कि रूस आने वाले दिनों में यूक्रेन के नागरिक इंफ्रास्ट्रक्चर और सरकारी इमारतों पर हमले शुरू करने का प्रयास तेज कर रहा है। यूक्रेन में रूस के ट्रैक रिकॉर्ड को देखते हुए हम रूसी हमले की वजह से नागरिकों और नागरिक इंफ्रास्ट्रक्चर के खतरे को लेकर चिंतित हैं।'
इन रिपोर्टों के आधार पर यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की और खार्किव शहर के गवर्नर ने अपने देश की जनता को सतर्क रहने के लिए आगाह किया है।
आज ही के दिन सोवित रूस से आजाद हुआ था यूक्रेन
दरअसल, 24 अगस्त 1991 यानी आज से 30 साल पहले यूक्रेन ने सोवित रूस से आजादी का ऐलान किया था। आजाद होते ही यूक्रेन रूसी प्रभाव से मुक्त होने की कोशिश करने लगा और इसके लिए उसने पश्चिमी देशों से नजदीकियां बढ़ाई। 2010 में रूस समर्थित 'विक्टर यानुकोविच' यूक्रेन के राष्ट्रपति बने। यानुकोविच ने रूस के साथ करीबी संबंध बनाए और यूक्रेन के यूरोपियन यूनियन से जुड़ने के फैसले को खारीज कर दिया। जिसका यूक्रेन में कड़ा विरोध हुआ। इसी वजह से 2014 में विक्टर यानुकोविच को पद छोड़ना पड़ा।
दिसंबर 2021 में NATO से जुड़ने का किया ऐलान
जिसके बाद 2014 में ही यूक्रेन के राष्ट्रपति बने 'पेट्रो पोरोशेंको' ने यूरोपियन यूनियन के साथ डील साइन कर ली। जिसके विरोध में 2014 में रूस ने यूक्रेन के शहर क्रीमिया पर हमला करके कब्जा जमा लिया। फिर दिसंबर 2021 में यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने NATO से जुड़ने का ऐलान किया था, जिससे रूस बहुत नाराज हुआ और 24 फरवरी 2022 को यूक्रेन पर हमला कर दिया। बता दें, यूक्रेन की रूस के साथ 2 हजार किलोमीटर से ज्यादा लंबी सीमा है। रूस को डर है कि अगर यूक्रेन नाटो से जुड़ा तो नाटो सेनाओं की पहुंच रूसी सीमा तक हो जाएगी।