Highlights
- जी-7 देशों की जर्मनी के एलमौ में होने वाली है बैठक
- 'ईंधन के बाद सोना रूस का दूसरा सबसे बड़ा निर्यात'
- रूस अपने सोने से दसियों अरबों डॉलर कमाता है: बाइडन
Russia Ukraine War News: रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध के तीन महीने बीत चुके हैं। यूक्रेन पर हमले को लेकर रूस पर कई तरह के प्रतिबंध लगाए गए थे। इस बीच, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने आज रविवार को रूस पर एक और प्रतिबंध लगाने का ऐलान किया है। जो बाइडन अब G-7 के सदस्य रूस से सोने के आयात पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा करने जा रहे हैं।
यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद लगाए जा रहे प्रतिबंधों की कड़ी में यह नई पाबंदी होगी। दुनिया के सात प्रमुख विकसित देशों के संगठन जी-7 की जर्मनी में म्यूनिख के पास एलमौ में शिखर बैठक होने वाली है। इसी बैठक में रूस से सोने के आयात पर पाबंदी लगाने की आधिकारिक घोषणा की जाएगी। एक अनुमान के मुताबिक, मंगलवार को जी-7 देश इस बारे में अंतिम फैसला ले लेंगे।
ऊर्जा आपूर्ति की सुरक्षा पर होगी चर्चा
अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडन और अन्य विकसित देशों के प्रमुख शिखर सम्मेलन में इस बात पर चर्चा करेंगे कि रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच ऊर्जा आपूर्ति को किस तरह सुरक्षित किया जाए। इसके अलावा दुनिया की बहुत सी अर्थव्यवस्थाओं में तेजी से बढ़ती महंगाई पर काबू पाने के तरीकों पर भी चर्चा होने की उम्मीद है। बाइडन प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों ने कहा कि ईंधन के बाद सोना रूस का दूसरा बड़ा निर्यात है। ऐसी स्थिति में रूस से सोने का आयात प्रतिबंधित किए जाने से रूस के लिए वैश्विक बाजारों में शिरकत कर पाना मुश्किल हो जाएगा।
बाइडन ने अपने ट्विटर संदेश में कहा कि रूस अपने सोने की बिक्री से दसियों अरबों डॉलर कमाता है। हाल के वर्षों में ऊर्जा के बाद सोना ही रूस का दूसरा बड़ा निर्यात उत्पाद रहा है। साल 2020 में रूस ने लगभग 19 अरब डॉलर का सोना एक्सपोर्ट किया, जो वैश्विक सोना ऐक्सपोर्ट का लगभग पांच प्रतिशत था।
खास बात यह है कि रूसी सोने के निर्यात में से करीब 90 फीसदी हिस्सा जी-7 देशों को ही भेजा गया था। इसमें से भी 90 फीसदी से ज्यादा एक्सपोर्ट रूस ने अकेले ब्रिटेन को किया था। वहीं, अमेरिका ने 2019 में रूस से 20 करोड़ डॉलर से कम और वर्ष 2020 एवं 2021 में 10 लाख डॉलर से भी कम का सोना आयात किया।