Russia Ukraine War News : यूक्रेन के मारियुपोल थिएटर में ओक्साना स्योमिना हवाई हमले के विस्फोट से हिल गई थी जो उस समय उसके बेसमेंट में थी। स्योमिना के पति ने उसे वहां से बाहर निकलने के लिए कहा लेकिन साथ ही उससे इस दौरान अपनी आंखें बंद रखने का अनुरोध भी किया। स्योमिना जब अपने आश्रय से बाहर निकली जहां उसने एक सप्ताह से अधिक समय तक शरण ले रखी थी तो चारों ओर शव पड़े थे और उसे अपनी इमारत से बाहर निकलने के लिए शवों पर से गुजरना पड़ा।
16 मार्च को मारियुपोल के थिएटर पर रूस ने की थी बमबारी
स्योमिना, उसके पति और लगभग 30 अन्य लोग बिना रुके समुद्र की ओर भागे और वे लगभग आठ किलोमीटर तक पैदल चले। स्योमिना ने रोते हुए कहा, ‘‘सभी लोग अभी भी मलबे के नीचे हैं, क्योंकि मलबा अभी भी वहां है। यह एक बड़ी सामूहिक कब्र है।’’ यूक्रेन के खिलाफ युद्ध में सामने आयी सभी भयानक त्रासदियों के बीच, 16 मार्च को मारियुपोल में डोनेत्स्क एकेडमिक रीजनल ड्रामा थिएटर पर रूसी बमबारी नागरिकों के खिलाफ अब तक का सबसे घातक ज्ञात हमला है।
अनुमान से कहीं अधिक घातक था हमला
समाचार एजेंसी ‘एसोसिएटेड प्रेस’ की जांच में इस बात के सबूत मिले हैं कि हमला वास्तव में अनुमान से कहीं अधिक घातक था, जिसमें इमारत के अंदर और बाहर करीब 600 लोग मारे गए। यह अब तक बताई गई मौतों का लगभग दोगुना है। ‘एपी’ ने अपनी जांच के तहत उस दिन थियेटर के अंदर जो कुछ हुआ उसके बारे में जानने के लिए 23 बचे लोगों, बचाव दल के सदस्यों से बात की। ‘एपी’ ने गवाह के बयानों के आधार पर इमारत का एक 3डी मॉडल बनाया।
एपी की जांच ने रूस के दावों का किया खंडन
‘एपी’ की जांच रूसी दावों का खंडन करती है कि थिएटर को यूक्रेनी बलों द्वारा ध्वस्त कर दिया गया था या इसका यूक्रेन के सैन्य अड्डे के रूप में इस्तेमाल किया गया। किसी भी चश्मदीद ने इमारत के अंदर यूक्रेन के सैनिकों को सक्रिय नहीं देखा। बमबारी से लगभग एक हफ्ते पहले, थिएटर के सेट डिजाइनर ने ऊपर से एक हमले को रोकने की उम्मीद में, बाहर फुटपाथ पर सिरिलिक अक्षरों में "चिल्ड्रेन" शब्द लिखने के लिए सफेद रंग का इस्तेमाल किया। आगे और पीछे दोनों प्रवेश द्वारों पर चित्रित संकेत इतने बड़े थे कि उपग्रहों से भी पढ़े जा सकते थे।
15 मार्च तक करीब 1,200 लोग थिएटर में मौजूद थे
थिएटर के दो कर्मचारियों के अनुसार नौ मार्च को रूस के हवाई हमले ने थिएटर से कुछ ही ब्लॉक दूर एक प्रसूति अस्पताल को निशाना बनाया। कर्मचारियों के अनुसार दो या तीन गर्भवती महिलाएं सुरक्षा के लिए थिएटर में चली गईं। 15 मार्च तक लगभग 1,200 लोग इमारत में घुस गए। थिएटर एक ऐसी जगह बन गया जहां किसी को भी रेड क्रॉस द्वारा भोजन और पानी की आपूर्ति या संभावित निकासी के बारे में खबर मिल सकती थी।