Highlights
- कम से कम 7 लड़ाकू विमानों में आग लगी
- ब्लास्ट में एक व्यक्ति की मौत
- धुएं का गुबार उठने से दहशत में भागते पर्यटकों के वीडियो आए सामने
Russia Ukraine War: क्रीमिया में रूसी वायु सेना के एक अड्डे पर हुए कई शक्तिशाली विस्फोटों में रूस के 9 लड़ाकू विमान तबाह हो गए। ऐसा मालूम होता है कि यह हमला यूक्रेन ने किया था और इससे दोनों देशों के बीच जारी युद्ध के और भीषण रूप अख्तियार करने की आशंका है। रूस ने मंगलवार को हुए इन विस्फोटों में किसी भी लड़ाकू विमान के क्षतिग्रस्त होने की बात से इनकार किया था और यहां तक कि उसने किसी तरह के हमले की खबर को भी खारिज कर दिया था।
7 लड़ाकू विमानों में लगी आग
वहीं, सेटेलाइट से ली गई तस्वीरों में एयरफोर्स के एक अड्डे पर कम से कम 7 लड़ाकू विमानों में आग लगी नजर आ रही है और अन्य क्षतिग्रस्त दिख रहे हैं। यूक्रेन के अधिकारियों ने सार्वजनिक रूप से अभी तक इन विस्फोटों की जिम्मेदारी नहीं ली है, जबकि ‘साकी एयर बेस’ पर आग लगने और विस्फोट के लिए रूस के फायर प्रोटेक्शन के नियमों और अज्ञात स्थानों में धूम्रपान निषेध होने के नियमों के प्रति लापरवाही पर सवाल उठाए हैं।
एंटी-शिप मिसाइलों का इस्तेमाल
विश्लेषकों का भी कहना है कि इस स्पष्टीकरण के कोई मायने नहीं हैं और संभवत: यूक्रेन ने हमला करने के लिए एंटी-शिप मिसाइलों का इस्तेमाल किया है। इस साल फरवरी में रूस ने यूक्रेन में अपनी सैन्य कार्रवाई शुरू की थी और अगर वास्तव में यूक्रेन द्वारा यह हमला किया गया है, तो यह उसका क्रीमिया प्रायद्वीप में किसी रूसी सैन्य ठिकाने पर पहला बड़ा हमला होगा।
ब्लास्ट में एक व्यक्ति की मौत
साकी से ही रूसी फाइटर प्लेन्स ने यूक्रेन के दक्षिणी इलाकों को निशाना बनाया था। मंगलवार को यहां हुए ब्लास्ट में एक व्यक्ति की मौत हो गई थी, जबकि 14 अन्य घायल हो गए। धुएं का गुबार उठने से दहशत में भागते पर्यटकों के वीडियो सामने आए हैं। वीडियो में कुछ इमारतों में दरारें और टूटी खिड़कियां भी नजर आ रही हैं।
क्रीमिया के क्षेत्रीय नेता सर्गेई अक्स्योनोव ने बताया कि कई इमारतों के क्षतिग्रस्त होने के बाद करीब 250 लोगों को अस्थायी आवास में ठहराया गया है।
इससे पहले, यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की के सलाहकार ओलेक्सी एरेस्तोविच ने एक ऑनलाइन मीडिया सम्मेलन में रहस्यमय ढंग से कहा कि विस्फोट या तो यूक्रेन के लंबी दूरी के हथियार के कारण हुए या यह क्रीमिया में सक्रिय कट्टरपंथियों का काम है।